चित्तौड़गढ़. राजस्थान की चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है. इस सीट से भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने यहां से पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना को उनके सामने मैदान में उतारा है. अब निर्दलीय विधायक चंद्रभान सिंह आक्या भी इस सीट से चुनावी मैदान में निर्दलीय ताल ठोकने की बात कह रहे हैं.
चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि "चुनाव लड़ने के बारे में कार्यकर्ताओं से चर्चा की जाएगी. उनकी भावनाओं के अनुरूप वे आगे का कदम उठाएंगे. यदि कार्यकर्ता चुनाव लड़ने के लिए कहेंगे, तो उनकी भावनाओं का ख्याल रखते हुए शत प्रतिशत चुनाव लड़ेंगे. चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं से चर्चाओं का दौर चल रहा है और शीघ्र ही इस बारे में निर्णय किया जाएगा."
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बता दें कि निर्दलीय विधायक आक्या और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी के बीच वर्ष 2013 से ही राजनीतिक अदावत चल रही है. वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में सीपी जोशी चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र से टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने आक्या को टिकट दे दिया था. इसके बाद से ही दोनों के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता बढ़ती गई. पिछले विधानसभा चुनाव में चित्तौड़गढ़ से चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट कटने के बाद दोनों के बीच चल रही खींचतान खुलकर सामने आ गई. इसके बाद आक्या ने निर्दलीय ताल ठोकी और विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पूर्व मंत्री नरपत सिंह राजवी अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए. फिलहाल आक्या के निर्दलीय मैदान में उतरने की संभावनाओं को देखते हुए माना जा रहा है कि चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा.
कांग्रेस ने आंजना को दिया टिकट : कांग्रेस ने चित्तौड़गढ़ सीट से पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद उदयलाल आंजना को मैदान में उतारा है. आंजना 90 के दशक में तत्कालीन वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को हराकर देश की सर्वोच्च पंचायत में पहुंचे थे. इसके अलावा पूर्व मंत्री आंजना स्थानीय उम्मीदवार भी हैं. इसका कांग्रेस को फायदा मिल सकता है, क्योंकि पिछले तीन चुनाव में पार्टी की ओर से बाहरी प्रत्याशियों पर दांव खेला गया था.