राजेंद्र गुढ़ा वैभव गहलोत के खिलाफ करेंगे प्रचर, सुनिए... जयपुर. लोकसभा चुनाव 2024 के बीच सियासी अदावत अब खुलकर सामने है. कभी गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र गुढ़ा ने एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोला, साथ ही जालोर-सिरोही से चुनाव लड़ रहे गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के खिलाफ प्रचार करने का ऐलान किया. गुढ़ा ने बतौर शिवसेना के राजस्थान कोऑर्डिनेटर की हैसियत से कहा कि नेशनल अलाइंस के बीच राजस्थान में भी शिवसेना बीजेपी की सभी 25 लोकसभा सीटों पर समर्थन करेगी.
कर्ज चुकाना है :राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि शिवसेना और बीजेपी का नेशनल लेवल पर अलाएंस है. राजस्थान में भी सभी लोकसभा सीट पर शिवसेना बीजेपी को समर्थन करेगी. जहां-जहां भी पार्टियों की ओर से दिशा निर्देश होंगे वहां पर शिवसेना के कार्यकर्ता और नेता पूरी ताकत के साथ प्रचार करेंगे. गुढ़ा ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोलते कहा कि विधानसभा चुनाव में अशोक गहलोत ने उदयपुरवाटी सीट पर अपना घर बनाया और मेरे खिलाफ प्रचार किया, उसका कर्ज चुकाने का अब वक्त आ गया है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मुझे जालोर-सिरोही सीट पर खासतौर से प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी दी है. यह वही सीट है जहां से पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में विधानसभा चुनाव का कर्ज चुकाने के लिए अब मैं पूरी ताकत के साथ जालोर-सिरोही में प्रचार करूंगा.
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गहलोत ने किया जांच एजेंसियों का दुरुपयोग :राजेंद्र गुढ़ा ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर आरोप लगाया कि वो अपने बयान में कहते हैं कि केंद्र सरकार ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर रही है. जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी तो उस समय उन्होंने भी एसीबी, एसओजी सहित अन्य जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया. ये किसी से छिपा नही है. राजस्थान में जब महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे थे तब कांग्रेस मणिपुर की घटना को लेकर बात कर रही थी. जब विधानसभा में महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया, तो उन्होंने मुझे मंत्री पद से हटा दिया.
उन्होंन आरोप लगाया कि इतना ही नहीं मेरे खिलाफ करीब आधा दर्शन झूठे मुकदमे दर्ज किए गए. पुलिस का किस तरह से दुरुपयोग किया जाता है वह अशोक गहलोत सरकार में सबने देखा है. जिन मामलों में मेरी कोई भूमिका नहीं थी उन में भी मुझे जबरन फंसाने की कोशिश की गई. यहां तक की पॉक्सो में मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की साजिश भी गहलोत सरकार में हुई. इससे साफ है कि जांच एजेंसियों का दुरुपयोग केंद्र सरकार नहीं, बल्कि राजस्थान में गहलोत सरकार ने किया है.
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लाल डायरी की पिक्चर बाकी :लाल डायरी के मामले पर राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि अभी कुछ पन्ने सामने आए हैं, लेकिन पूरी पिक्चर भी बाकी है. लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है और सरकार भी अभी चुनाव प्रचार में है. जैसे ही लोकसभा चुनाव खत्म होंगे उसके बाद गहलोत सरकार के काले कारनामों के जो पन्नी लाल डायरी में कैद है, वह भी सबके सामने आ जाएंगे.
वहीं, उदयपुरवाटी से लगातार बीजेपी के मौजूदा प्रत्याशी शुभकरण चौधरी के खिलाफ चुनाव लड़ने के बाद अब उनके समर्थन में प्रचार करने के सवाल पर राजेंद्र गुढ़ा बचते नजर आए. उन्होंने कहा कि जब पार्टी का नेशनल लेवल पर एलाइंस है तो सभी 25 सीटों पर शिवसेना भाजपा को समर्थन करेगी. बोर्ड आयोग की जिम्मेदारी के सवाल पर राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि नाथी के बाड़े की आज धज्जियां उड़ रही हैं. पेपर लीक माफियाओं पर एसओजी कार्रवाई कर रही है. मैंने सरकार में रहते हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाया, मेरे लिए यही अच्छा इनाम है.
गुढ़ा-गहलोत में अदावत :बता दें कि कुछ समय पहले तक राजेंद्र गुढ़ा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आंखों के तारे हुआ करते थे. विधानसभा चुनाव से पहले राजेंद्र गुढ़ा और अशोक गहलोत में इस तरह मतभेद सामने आए कि राजेंद्र गुढ़ा ने लाल डायरी के मुद्दे को न केवल विधानसभा में उठाया, बल्कि लाल डायरी को भी विधानसभा में टेबल करने की मांग की थी. राजेंद्र गुढ़ा ने उस समय लाल डायरी के जरिए गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, जिसके बाद गुढ़ा को मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था. इतना ही नहीं, विधानसभा चुनाव में राजेंद्र गुढ़ा अपनी हार के लिए सबसे ज्यादा पूर्व सीम अशोक गहलोत को ही जिम्मेदार मानते हैं.