ग्वालियार। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. ग्वालियर-चंबल अंचल से बीजेपी ने कांग्रेस का एक और विकेट गिरा दिया है. करैरा के पूर्व विधायक और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे लाखन सिंह बघेल ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है. कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और भारत सिंह कुशवाह ने लाखन सिंह को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. बघेल ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करते हुए कहा कि 'कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं करती है, संगठनात्मक रूप से मुझसे दूरी बना रखी थी.'
बघेल समाज का बड़ा चेहरा हैं लाखन सिंह
पूर्व विधायक लाखन सिंह को बीजेपी में लाकर भाजपा ने सीधे तौर पर कांग्रेस के वोट बैंक पर निशाना साधा है क्योंकि पूर्व विधायक बघेल समाज का बड़ा चेहरा हैं. वे कांग्रेस से पहले बसपा में थे और बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर 2003 से 2008 तक करैरा के विधायक रहे. हालांकि इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस में शामिल कराया था लेकिन कांग्रेस ने कभी दोबारा चुनाव लड़ने का उन्हें मौका नहीं दिया. उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की एक बड़ी वजह चुनाव लड़ने का मौका नहीं देना ही बताया. उन्होंने कांग्रेस पर एक ही परिवार वालों को बार-बार चुनाव में मौका देने का भी आरोप लगाया.
भाजपा कैडर बेस्ड पार्टी
करैरा से कांग्रेस के पूर्व विधायक लाखन सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस को एक और झटका लगा है. लाखन सिंह ने कहा कि 'बसपा का वोट इधर-उधर हो गया है, कुछ वोटर्स कांग्रेस की और मुड़े हैं लेकिन अब उनका मन भाजपा की ओर हो रहा है. वे बीजेपी के रीति-नीति को समझ रहें हैं, मैं उन्हें भाजपा में लाने की कोशिश करूंगा. बसपा का वोट कैडर बेस्ड है और भाजपा कैडर बेस्ड पार्टी है. कांग्रेस उन्हें इसलिए नहीं प्रभावित कर पा रही है क्योकि वहां कोई कैडर नहीं है.'
कार्यकर्ता की हैसियत से करता रहूंगा काम
पूर्व विधायक लाखन सिंह बघेल का कहना है कि "जिस तरह देश के हित के लिए भारतीय जनता पार्टी काम कर रही है उसमे मेरा भी योगदान होना चाहिए इसलिये बीजेपी ज्वाइन की है. बीजेपी आज काफी आगे हैं क्योंकि यहां संगठनात्मक व्यवस्था बहुत अच्छी है. इसलिए संगठन के साथ मिलकर जहां मेरी जरूरत होगी बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करूंगा." बीजेपी से क्या उम्मीद है के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी के नजर में बघेल एक अच्छा कार्यकर्ता सिद्ध होता है तो पार्टी जो भी काम देगी उसे जिम्मेदारी से निभाएंगें और नहीं तो एक कार्यकर्ता की हैसियत से भाजपा को आगे बढ़ाएंगें.