इंदौर: भारतीय संस्कृति और विवाह पद्धति से दुनियाभर के लोगों को आकर्षित कर रहा है. जिसका ताजा उदाहरण इंदौर में देखने को मिला है, जहां वैवाहिक रिश्ते को मजबूत करने और पूरी उम्र एक दूसरे के लिए चलने के संकल्प के साथ 3 विदेशी जोड़े हिंदू परंपराओं के अनुसार विवाह के बंधन में बंधने जा रहे हैं. तीनों जोड़ों ने अपने विवाह उत्सव की शुरुआत मेहंदी और महिला संगीत जैसे कार्यक्रम के साथ की.
महाकाल की नगरी उज्जैन में होंगे 7 फेरे
विवाह उत्सव की शुरुआत इंदौर में हुई, जहां मेहंदी और महिला संगीत जैसे पारंपरिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. इन विदेशी जोड़ों ने न केवल भारतीय रीति-रिवाजों को अपनाया बल्कि भारतीय वैवाहिक पद्धति के प्रति अपनी आस्था और प्रेम प्रदर्शित करते हुए अपने नाम भी भारतीय परंपरा के अनुरूप रखे. विवाह के दौरान सभी हिंदू परंपराओं का पालन किया जाएगा. जिसमें मंत्रोच्चारण से लेकर अग्नि के समक्ष फेरे तक की प्रक्रिया शामिल है. इन सभी जोड़ों के फेरे का आयोजन महाकाल के नगरी उज्जैन में होगा.
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भारतीय संस्कृति से प्रभावित हुए जोड़ों के परिजन
इस वैवाहिक आयोजन की जिम्मेदारी परमानंद योग केंद्र ने संभाली है. केंद्र ने न केवल इन जोड़ों को भारतीय परंपराओं से परिचित कराया बल्कि उन्हें भारतीय संस्कृति और योग के महत्व को भी समझाया. इन जोड़ों के परिजन भारत और यहां की संस्कृति से बेहद प्रभावित हैं. यह आयोजन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और उसकी वैश्विक स्वीकार्यता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है. इसने यह सिद्ध किया है कि भारतीय रीति-रिवाज अपनी गहराई और आकर्षण के कारण विश्व भर में लोगों को अपनी ओर खींचने की शक्ति रखते हैं.