भोपाल: मध्यप्रदेश में शुक्रवार से बारिश के साथ ओले गिर रहे हैं. बीते 24 घंटों में बड़वानी, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, मुरैना और भिंड समेत 27 जिलों में ओलावृष्टि हुई है. वहीं 45 जिलों में बारिश दर्ज की गई है. शनिवार सुबह से राजधानी भोपाल का मौसम भी बदला हुआ था. दोपहर एक बजे भोपाल में भी तेज बारिश के साथ ओले गिरे. खंडवा में भी सुबह से ही बारिश के साथ ओले ने दस्तक दी.
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि, ''अभी 24 घंटे तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा. मध्य प्रदेश में अभी पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है, जिसके कारण कई जिलों में आंधी तूफान के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि होगी. इसके बाद प्रदेश के न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी होगी.''
सबसे अधिक मंदसौर में बरसा पानी
शनिवार सुबह 8.30 बजे तक बीते 24 घंटे में ग्वालियर, चंबल, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, नर्मदापुरम और सागर संभाग के सभी जिलों में आंधी के साथ बारिश दर्ज की गई है. वहीं, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, उमरिया, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, बड़वानी, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, खरगोन, श्योपुर कलां, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, विदिशा, रायसेन, सागर, पांढुर्ना, छतरपुर और टीकमगढ़ जिले में ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई. सबसे अधिक बरसात वेस्ट एमपी के मंदसौर में 63 मिलीमीटर दर्ज की गई.
आज ऐसा रहेगा प्रदेश का मौसम
अगले 24 घंटे तक भोपाल, रायसेन, विदिशा, छतरपुर, रीवा, मऊगंज और जबलपुर जिले में बिजली के साथ ओलावृष्टि की संभावना है. साथ ही इन जिलों में 50 किमी प्रति घंटे तक की गति से हवा भी चलेगी. इस दौरान बिजली के साथ बादल गरजने की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है. वहीं टीकमगढ़, दमोह, कटनी, सिंगरौली, सीधी, नर्मदापुरम, खजुराहो और उमरिया में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है.
इसी तरह सीहोर, विदिशा, खंडवा, देवास, हरदा, बैतूल, पचमढ़ी, नरसिंगपुर, सागर, दक्षिण अशोकनगर, सतना, चित्रकूट, मैहर, शहडोल, अनुपपुर, मंडला और सिवनी में दरज-चमक की संभावना है. हवाओं के साथ लगातार आ रही नमी के कारण प्रदेश में बादल बने हुए हैं. इससे रात का तापमान बढ़ा हुआ है. सोमवार से बादल छंटने के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट भी हो सकती है.
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सोमवार से न्यूनतम तापमान में होगी गिरावट
मौसम विज्ञान केंद्र के सीनियर साइंटिस्ट पीके रायकवार ने बताया कि, ''वर्तमान में उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम (12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर पश्चिम से पूर्व की तरफ 203 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से हवाओं का चलना) बना हुआ है. बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है. एक शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास मौजूद है. दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है. पंजाब से लेकर अरब सागर तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवात से होकर गुजर रही है.''