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पुजारी ने जीत लिया छोटा भीम का साम्राज्य!, तीन बच्चों को खोने के बाद अब बाघिन तारा का क्या होगा? - BANDHAVGARH TIGER RESERVE TIGER DIE

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में छोटा भीम की टेरिटरी में एक और बाघ की मौत हो गई. कयास लगाया जा रहा है कि पुजारी बाघ ने छोटा भीम की टेरिटरी पर कब्जा कर लिया है.

BANDHAVGARH TIGER RESERVE TIGER DIE
छोटा भीम की टेरिटरी में हुआ खूनी संघर्ष (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 29, 2025, 8:54 PM IST

उमरिया (अखिलेश शुक्ला): बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सबसे चर्चित बाघ 'छोटा भीम' के टेरिटरी पर कब्जा जमाने की लड़ाई महीनों से चल रही है. अब लगता है कि उसके साम्राज्य पर बांधवगढ़ के नर बाघ पुजारी का कब्जा हो गया है. छोटा भीम जबसे घायल हुआ है और उसका भोपाल में इलाज चल रहा है, तभी से पुजारी उसकी टेरिटरी पर कब्जा जमाने में लगा हुआ है. इन दिनों उसकी मूवमेंट काफी बढ़ गई है. इससे लग रहा है कि उसने अपना दबदबा बना लिया है और वहां किसी और बाघ को नहीं आने दे रहा है. शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात हुई घटना ने इस बात और बल दिया है.

छोटा भीम की टेरिटरी में हुआ खूनी संघर्ष

दरअसल, बीते शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खेतौली वन परिक्षेत्र में बाघों की दहाड़ सुनाई दी थी. जिससे वन विभाग के अधिकारियों को समझ में आया कि बाघों के बीच संघर्ष हुआ है. आवाज सुनने के तुरंत बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन बाघ की तलाश में जुट गया. घंटों मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम को झाड़ियों में एक नर बाघ घायल अवस्था में मिला. वो बुरी तरह घायल था. उसकी उम्र 2 साल बताई जा रही है.

BANDHAVGARH TIGERS TERRITORY FIGHT
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में टेरिटरी के लिए फाइट (ETV Bharat)

छोटा भीम की टेरिटरी में तीन बाघों की हो चुकी मौत

वन विभाग की टीम द्वारा इलाज के लिए उसको रात में ही मुकुंदपुर टाइगर सफारी ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा बताते हैं कि "ये वही वन परिक्षेत्र और टेरिटरी है जिसमें छोटा भीम रहता था. मृत बाघ भी उसी की टेरिटरी में रहता था. हो सकता है ये उसी की संतान हो. इसके घायल होने की वजह बाघों का आपसी संघर्ष लग रहा है. इससे पहले भी छोटा भीम की टेरिटरी में दो बाघों की मौत हो चुकी है."

पुजारी द्वारा छोटा भीम के साम्राज्य पर कब्जे का कयास

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के कर्मचारियों की माने तो, जब वे घायल बाघ का रेस्क्यू करने मौके पर पहुंचे थे, तो वहीं कुछ दूरी पर बाघ नजर आ रहा था. वह घायल बाघ से कुछ दूरी पर बैठा था. वह पुजारी बाघ जैसा लग रहा था. हालांकि वह पुजारी ही था या कोई और बाघ स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन जिस तरह से पुजारी का छोटा भीम की टेरिटरी में मूवमेंट बढ़ा है, उससे यही कयास लगाया जा रहा है कि उसने ही इस बाघ को मारा है और उसने छोटा भीम की टेरिटरी पर कब्जा कर लिया है.

अब बाघिन तारा का क्या होगा?

एक्सपर्ट्स की मानें तो छोटा भीम के टेरिटरी में अब बाघिन तारा ही बची है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अब तारा का क्या होगा. पीके वर्मा बताते हैं कि "जब कोई बाघ दूसरे बाघ की टेरिटरी में खुद को स्थापित करता है, तो वह उसके संतानों के साथ संघर्ष करता है. ऐसे में उसकी संतानों को या तो वह इलाका छोड़ना पड़ता है या तो उस नए बाघ के अधीन रहना पड़ता है. इसके अलावा उस बाघ की अगर बाघिन अकेली बचती है, तो वह उस नए नर बाघ के साथ रहने लगती है."

जिस तरह से एक-एक करके छोटा भीम की सभी संताने उसकी टेरिटरी से जा चुकी हैं या मार दी गई हैं. अब लगता है कि उसकी टेरिटरी में सिर्फ तारा बाघिन ही बची है. ऐसे में अब वह पुजारी की सल्तनत में ही रहेगी. क्योंकि बाघों के किसी भी टेरिटरी में बाघ एक ही होता है. बाघिन कई हो सकती हैं.

उमरिया (अखिलेश शुक्ला): बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सबसे चर्चित बाघ 'छोटा भीम' के टेरिटरी पर कब्जा जमाने की लड़ाई महीनों से चल रही है. अब लगता है कि उसके साम्राज्य पर बांधवगढ़ के नर बाघ पुजारी का कब्जा हो गया है. छोटा भीम जबसे घायल हुआ है और उसका भोपाल में इलाज चल रहा है, तभी से पुजारी उसकी टेरिटरी पर कब्जा जमाने में लगा हुआ है. इन दिनों उसकी मूवमेंट काफी बढ़ गई है. इससे लग रहा है कि उसने अपना दबदबा बना लिया है और वहां किसी और बाघ को नहीं आने दे रहा है. शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात हुई घटना ने इस बात और बल दिया है.

छोटा भीम की टेरिटरी में हुआ खूनी संघर्ष

दरअसल, बीते शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खेतौली वन परिक्षेत्र में बाघों की दहाड़ सुनाई दी थी. जिससे वन विभाग के अधिकारियों को समझ में आया कि बाघों के बीच संघर्ष हुआ है. आवाज सुनने के तुरंत बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन बाघ की तलाश में जुट गया. घंटों मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम को झाड़ियों में एक नर बाघ घायल अवस्था में मिला. वो बुरी तरह घायल था. उसकी उम्र 2 साल बताई जा रही है.

BANDHAVGARH TIGERS TERRITORY FIGHT
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में टेरिटरी के लिए फाइट (ETV Bharat)

छोटा भीम की टेरिटरी में तीन बाघों की हो चुकी मौत

वन विभाग की टीम द्वारा इलाज के लिए उसको रात में ही मुकुंदपुर टाइगर सफारी ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा बताते हैं कि "ये वही वन परिक्षेत्र और टेरिटरी है जिसमें छोटा भीम रहता था. मृत बाघ भी उसी की टेरिटरी में रहता था. हो सकता है ये उसी की संतान हो. इसके घायल होने की वजह बाघों का आपसी संघर्ष लग रहा है. इससे पहले भी छोटा भीम की टेरिटरी में दो बाघों की मौत हो चुकी है."

पुजारी द्वारा छोटा भीम के साम्राज्य पर कब्जे का कयास

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के कर्मचारियों की माने तो, जब वे घायल बाघ का रेस्क्यू करने मौके पर पहुंचे थे, तो वहीं कुछ दूरी पर बाघ नजर आ रहा था. वह घायल बाघ से कुछ दूरी पर बैठा था. वह पुजारी बाघ जैसा लग रहा था. हालांकि वह पुजारी ही था या कोई और बाघ स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन जिस तरह से पुजारी का छोटा भीम की टेरिटरी में मूवमेंट बढ़ा है, उससे यही कयास लगाया जा रहा है कि उसने ही इस बाघ को मारा है और उसने छोटा भीम की टेरिटरी पर कब्जा कर लिया है.

अब बाघिन तारा का क्या होगा?

एक्सपर्ट्स की मानें तो छोटा भीम के टेरिटरी में अब बाघिन तारा ही बची है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अब तारा का क्या होगा. पीके वर्मा बताते हैं कि "जब कोई बाघ दूसरे बाघ की टेरिटरी में खुद को स्थापित करता है, तो वह उसके संतानों के साथ संघर्ष करता है. ऐसे में उसकी संतानों को या तो वह इलाका छोड़ना पड़ता है या तो उस नए बाघ के अधीन रहना पड़ता है. इसके अलावा उस बाघ की अगर बाघिन अकेली बचती है, तो वह उस नए नर बाघ के साथ रहने लगती है."

जिस तरह से एक-एक करके छोटा भीम की सभी संताने उसकी टेरिटरी से जा चुकी हैं या मार दी गई हैं. अब लगता है कि उसकी टेरिटरी में सिर्फ तारा बाघिन ही बची है. ऐसे में अब वह पुजारी की सल्तनत में ही रहेगी. क्योंकि बाघों के किसी भी टेरिटरी में बाघ एक ही होता है. बाघिन कई हो सकती हैं.

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