देवास: जिले के सतवास थाने में एक 35 वर्षीय दलित शख्स की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने पुलिस वालों पर हत्या करने का आरोप लगाया है. वहीं युवक की मौत पर विभिन्न दलों व संगठनों ने राजनीति शुरू कर दी है. इसी क्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने रविवार को सतवास पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मोहन यादव सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही प्रदेश में "जंगल राज" होने का आरोप लगाया है.
थाना सस्पेंड कराने पर अड़े जीतू पटवारी
बता दें कि युवक की मौत के बाद देवास जिले में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. प्रदर्शन पर बैठे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे पुलिस की बर्बरता बताया है. वे पूरे थाने को सस्पेंड कराने की मांग पर अड़े रहे. उन्होंने कहा, "जब तक पूरा थाना सस्पेंड नहीं किया जाएगा, हम यहीं बैठे रहेंगे. मोहन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "रावण जैसा अहंकार हो गया सरकार का". इस दौरान पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के साथ पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे.
क्राइम रोकने में नहीं बल्कि क्राइम करने में है थाने का इन्वॉल्वमेंट
सतवास थाने के बाहर सैकड़ों की संख्या में भीम आर्मी द्वारा सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग की जा रही है. इस मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए सतवास थाना प्रभारी आशीष राजपूत को पहले की सस्पेंड कर दिया है. जीतू पटवारी ने कहा, "मध्य प्रदेश में लगातार चौथी घटना है, जिसमें दलित की हत्या थाने में हुई है." पीसीसी चीफ का आरोप लगाते हुए कहा, "हत्या इसलिए हुई, क्योंकि समय पर रिश्वत नहीं मिली. थाने का इन्वॉल्वमेंट क्राइम रोकने में नहीं क्राइम करने में है.
एक दलित परिवार के बेटे की पुलिस द्वारा हत्या कर दी गई है। @DrMohanYadav51 जी जब तक इस परिवार को न्याय नहीं मिलता, मैं अन्न-जल त्याग कर थाने के सामने धरने पर बैठा रहूंगा। pic.twitter.com/n5dip2pK1e
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) December 29, 2024
'युवक ने थाने में की खुदकुशी'
पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत ने बताया "युवक को शनिवार को सतवास पुलिस थाने में पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद उसकी मौत हो गई. 26 दिसंबर को एक महिला ने युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया, "जब इंस्पेक्टर आशीष राजपूत अपना बयान पढ़ रहे थे. तभी युवक ने आत्महत्या कर ली. पुलिस तत्काल उसे अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया."
मोहन यादव की पुलिस ने देवास में एक और दलित भाई की बेरहमी से हत्या कर दी! पूरा देवास आज पुलिस की बर्बरता के खिलाफ सड़कों पर उतर आया है। गुंडों से ज्यादा अब पुलिस प्रशासन खुद दलित समाज पर अत्याचार कर रहा है। मैं @DrMohanYadav51 जी से पूरे थाने को सस्पेंड करने की मांग करता हूं।… pic.twitter.com/34lvXFmtWI
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) December 29, 2024
गहलोत ने कहा, "उनके खिलाफ कोई मामला नहीं है. उन्हें सिर्फ अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था." बता दें कि जिला मजिस्ट्रेट ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया की निगरानी के लिए तीन डॉक्टरों को नियुक्त किया है."
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'रिश्वत न मिलने पर युवक की हुई हत्या'
मृत युवक के परिजनों ने आरोप लगाया "पुलिस ने महिला द्वारा की गई शिकायत के मामले में कार्रवाई की गंभीरता को कम करने के लिए रिश्वत मांगी थी. रिश्वत नहीं मिलने पर, बाद में स्टाफ ने उन्हें बताया कि युवक मौत हो गई है. शनिवार और रविवार को पुलिस थाने के बाहर जारी प्रदर्शन के बीच परिजनों ने पुलिस पर युवक की हत्या का आरोप लगाया है.