लखनऊ :लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दल गुड़ा-गणित में जुट गए हैं. जिसको जहां अपने लिए बेहतर उम्मीद नजर आ रही है, उसी दल के साथ जाने की जुगत लगा रहा है. देश में दो बड़े गठबंधन हैं और इन्हीं गठबंधन के साथ क्षेत्रीय पार्टियां अपने लिए राह तलाश रही हैं. इन्हीं पार्टियों में से एक पार्टी है लोकदल. चौधरी सुनील सिंह लोक दल के मुखिया हैं और लोकसभा चुनाव से पहले वह भी I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल होने की पुरजोर कोशिशों में जुटे हुए हैं. सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस पार्टी के साथ लोक दल की बातचीत चल रही है. ईटीवी भारत ने विभिन्न मुद्दों पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
जयंत को नहीं पता चौधरी चरण सिंह की विचारधारा
लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह RLD के मुखिया जयंत चौधरी के कदम से आखिर क्यों खफा हैं? इस सवाल के जवाब में चौधरी सुनील सिंह का कहना है कि मैं जयंत के कदम से खफा नहीं हूं. उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. जयंत साल 2009 में एक बार ही सांसद बने थे, वह भी भाजपा के ही सहयोग से. भाजपा के साथ मिलकर उस समय उनकी पांच सीटें आई थीं. नाराजगी इस बात से है कि जयंत कहते हैं कि चौधरी साहब की आईडियोलॉजी उन्हें नरेंद्र मोदी में दिखाई देती है. जब वह यह कहते हैं तो हमें उन्हें कहना पड़ेगा कि आप चौधरी साहब की आईडियोलॉजी को जानते ही नहीं हैं. उनकी आईडियोलॉजी देश के किसान में बसती थी. किसान के साथ खड़ी होती थी. आज देश का किसान बॉर्डर पर संघर्ष कर रहा है. उस पर अत्याचार हो रहा है. उस पर गोलियां चलाई जा रही हैं. उसे दिल्ली आने से रोका जा रहा है. ऐसे में आप उस पार्टी के साथ गए, जिसके हाथ 800 से ज्यादा किसानों के खून से रंगे हैं तो आप निश्चित रूप से गलत कर रहे हैं. आप चौधरी साहब की आईडियोलॉजी की बात ही मत करिए. जयंत चौधरी भले ही चौधरी चरण सिंह के नाती हैं, लेकिन उन्हें उनकी विचारधारा मालूम ही नहीं है. चौधरी चरण सिंह ने कभी भी कॉर्पोरेट घरानों से चुनाव लड़ने के लिए पैसा नहीं लिया और वही जयंत भाजपा के साथ गठबंधन करते हैं, जो कॉर्पोरेट घरानों के ही साथ हैं.
कांग्रेस के साथ सीटों पर चल रही है बातचीत
लोकसभा चुनाव करीब हैं. कितनी सीटों पर लोकदल मैदान में उतरेगी और क्या इंडिया गठबंधन यानी कांग्रेस से बात चल रही है? इस सवाल पर लोक दल अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह का कहना है कि लोकदल की तैयारी पूरी है. लोकदल के नाम को तरह-तरह से बदनाम किया जाता है. कोई राष्ट्रीय लोकदल नाम रखता है तो कोई इंडियन नेशनल लोकदल के नाम से चलता है, लेकिन लोकदल जो चौधरी साहब की पार्टी है, वह किसानों के साथ है. आने वाले समय में एक मजबूत विकल्प के रूप में लोकदल दिखाई देगा. लोकदल की गारंटी है जिस दिन लोकदल को ताकत मिलेगी, विपक्ष को ताकत मिलेगी, 24 घंटे के अंदर एसपी लागू किया जाएगा. किसान को अधिकार मिलेगा ये किसान की गारंटी है. यह लोकदल की गारंटी है. कांग्रेस के साथ सीटों पर बात को लेकर कहा कि अभी बात चल रही है. बात फाइनल हो जाएगी तो जरूर बताया जाएगा. हम चाहते हैं कि हम मिलकर चुनाव मैदान में उतरें. भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर करें और किसानों को उनका हक दिलाएं.