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घर के सारे पुरुष जेल में, 5 दिन तक मोर्चरी में रखा रहा शव, बेटे ने हथकड़ी पहने दी मुखाग्नि

घर के सभी पुरुष जेल में बंद थे, तो पिता का शव मोर्चरी में रखा रहा. फिर बेटे ने हथकड़ी पहने अंतिम संस्कार किया.

बेटे ने हथकड़ी पहने दी मुखाग्नि
बेटे ने हथकड़ी पहने दी मुखाग्नि (ETV Bharat Bharatpur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 27, 2024, 12:39 PM IST

भरतपुर : कृपाल-कुलदीप जघीना हत्याकांड मामला बीते दो साल से सुर्खियों में रहा. इस बीच मृतक कृपाल जघीना के पिता रामभरोसी का 6 दिन पूर्व निधन हो गया, लेकिन शव को मुखाग्नि देने के लिए घर में कोई पुरुष मौजूद नहीं था. ऐसे में शव 5 दिन तक आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखा रहा. घर के सभी पुरुष और युवा कुलदीप जघीना हत्याकांड के आरोप में जेल में बंद थे. ऐसे में बेटे रवींद्र को पैरोल दी गई, तब जाकर 5 दिन बाद मंगलवार को रवींद्र ने हाथों में हथकड़ी पहने पुलिस पहरे में अपने पिता को मुखाग्नि दी.

मृतक रामभरोसी के परिजन जेल में थे. न्यायालय की ओर से पैरोल दी गई थी, तब शव को जिला आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी से जघीना ले जाकर अंतिम संस्कार कराया गया. : आकांक्षा चौधरी, सीओ

कृपाल के पिता रामभरोसी का 22 नवंबर को बीमारी के चलते देहांत हो गया था. कृपाल की 4 सितंबर 2022 की रात को हत्या कर दी गई. कृपाल के परिजनों ने बदले की भावना से 12 जुलाई 2023 को कुलदीप की हत्या कर दी, जिसके आरोप में कृपाल का भाई रवींद्र सिंह, सत्यवीर सिंह, भतीजा पंकज और बेटा आदित्य को जेल हो गई. ऐसे में घर पर कोई पुरुष मौजूद नहीं था, जिसके चलते रामभरोसी का शव 5 दिन तक आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखा रहा.

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कृपाल के परिजनों ने मृतक रामभरोसी के अंतिम संस्कार का हवाला देते हुए भरतपुर कलेक्टर और अजमेर जेल अधीक्षक को अर्जी लगाई, लेकिन पैरोल नहीं मिल सकी. बाद में वैर कोर्ट से सोमवार को कृपाल के भाई रवींद्र सिंह को पैरोल मंजूर कर दी. इसके बाद रवींद्र सिंह पैरोल पर बाहर आया और मंगलवार सुबह गांव जघीना पहुंचा. पुलिस पहरे में आरबीएम अस्पताल से रामभरोस के शव को जघीना गांव के चार थोक ले जाया गया. पैरोल पर जेल से बाहर आए रवींद्र सिंह ने पुलिस के सख्त पहरे के बीच हाथों में हथकड़ी पहने अपने पिता रामभरोसी को मुखाग्नि दी.

कृपाल-कुलदीप जघीना हत्याकांड :गौरतलब है जमीनी विवाद के चलते 4 सितंबर 2022 की रात 10 बजे सर्किट हाउस से लौटते वक्त गैंगेस्टर कृपाल जघीना की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके चलते कृपाल जघीना गैंग के सदस्यों ने 12 जुलाई 2023 को दिनदहाड़े गैंगेस्टर कुुलदीप जघीना की जयपुर जेल से अदालत पेशी पर पुलिस कस्टडी में रोडवेज बस से भरतपुर लाते समयगोली मार कर हत्या कर दी थी.

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