हजारीबागः जिला में हजारीबाग-बड़कागांव रोड पर डीपीएस स्कूल से 100 गज की दूरी सड़क दुर्घटना हुई. यह दर्दनाक हादसा सोमवार को दोपहर 3:00 बजे हुआ. जिसमें कोडरमा एसपी के बॉडीगार्ड नंदकिशोर साहू के इकलौते बेटे और पत्नी की हाईवा की चपेट में आने से मौत हो गई. पुलिस कांस्टेबल नंदकिशोर साहू की पत्नी लीलावती देवी और उसका इकलौता पुत्र अमर कुमार है. अमर डीपीएस स्कूल में चौथी कक्षा का छात्र था.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक स्कूल की छुट्टी के बाद अपने इकलौते बेटे को स्कूटी से लेकर मां घर जा रही थी. इसी बीच स्कूल से 100 मीटर की दूरी पर जेएच 02 बीपी 2954 हाईवा ने बच्चे को कुचल दिया. हादसा इतना भयंकर था कि बच्चे को पहचानना मुश्किल था. उसकी किताब, कॉपियां व शरीर के टुकड़े सड़क पर बिखर गए.
नंदकिशोर साहू का पैतृक घर रामगढ़ जिले के भुरकुंडा में है. उसका ससुराल बड़कागांव के नापो में है. वर्तमान में ही उसने सिरसी के छवि नगर मोहल्ले में घर बनाया है. घटना के बाद स्थल पर पहुंचे नंदकिशोर साहू के विलाप से पूरा घटनास्थल के आसपास का इलाका दहल गया.
इस हादसे की सूचना मिलते ही भारी संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई. इसके साथ ही कटकमदाग पुलिस भी वहां पहुंच गई. थाना प्रभारी पंकज कुमार ने लोगों को समझाने का प्रयास किया मगर लोग आक्रोशित हो गए और सड़क जाम कर वाहनों में तोड़फोड़ भी की और हाईवा के चालक के साथ मारपीट भी की गयी. हजारीबाग बड़कागांव रोड को शंकरपुर के पास जाम कर दिया जहां पर यह दर्दनाक हादसा हुआ है.
गुस्साए लोग यह सवाल उठा रहे थे कि कारगिल पेट्रोल पंप से लेकर शंकरपुर के बीच सात बड़े स्कूल और एक कॉलेज है. इसे देखते हुए तत्कालीन डीसी रवि शंकर शुक्ला ने सड़क दुर्घटना में एक बच्चे के हाथ कटने के बाद नो एंट्री लगा दिया था. जिसमें टाइम फिक्स था. स्कूल जाने और छुट्टी के समय में वाहनों के परिचालन पर रोक था. आखिर इस नो एंट्री को क्यों हटाया गया और किसने हटाया.