रायपुर : राजधानी रायपुर के खारुन नदी तट पर महादेव घाट का मंदिर है, जहां स्वयंभू शिवलिंग है. महादेव का यह धाम हटकेश्वरनाथ मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है. हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहां भव्य पुन्नी मेले का आयोजन किया जाता है. इस साल भी तीन दिवसीय पुन्नी मेले का आयोजन हो रहा है, जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है.
महादेव घाट में पुन्नी मेले का इतिहास : रायपुर के महादेव घाट में पुन्नी मेले का आयोजन लगभग 200 वर्षों से किया जा रहा है. हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन खारुन नहीं के इस तट पर पुन्नी मेले का आयोजन किया जाता है. यहां रायपुर सहित आसपास के कई जिलों से श्रद्धालु आते हैं. कार्तिक पूर्णिमा की सुबह 3:00 या 4:00 बजे से श्रद्धालु खारुन नदी के तट पर पहुंचे हैं. फिर स्नान करने के बाद बाबा हटकेश्वरनाथ के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचते हैं, जहां महादेव जी को जल अर्पित कर पुण्य कमाते हैं.
पुन्नी मेला ऐतिहासिक और प्राचीन मेला है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान और दान का काफी महत्व माना गया है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन हजारों श्रद्धालु नदी में डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त करते हैं. यहां महादेव घाट में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन दिनों का मेला लगता है. : अंकित तिवारी, श्रद्धालु
पुन्नी मेले के लिए सज रही दुकानें : इस साल 15 नवम्बर से 17 नवंबर तक 3 दिवसीय पुन्नी मेले का आयोजन हो रहा है. महादेव घाट के पुन्नी मेले में रायपुर सहित दूसरे जिले से आए दुकानदारों की लगभग 150 दुकानें सज रही हैं. बच्चों के लिए मीना बाजार भी सज संवर रहा है. यहां कई तरह के झूले भी लगाए जा रहे हैं. इसके साथ ही इस बार मेले में सरकार की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है.
तीन दिनों तक पुन्नी मेले में लोगों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिलता है. मेले में मिठाई दुकान के साथ ही बच्चों के लिए खिलौने सहित मीना बाजार भी लगता है. यहां अलग अलग तरह के झूले लगते हैं. रायपुर के साथ ही प्रदेश के कई जिलों के लोग पुन्नी मेले में में जरूर पहुंचते हैं. इस साल पुन्नी मेला में हम दुकानदारों को अच्छी ग्राहकी की उम्मीद है. सामान्य दिनों में दुकानों में ग्राहकी नहीं रहती है. : बसंत अग्रवाल, दुकानदार