कानपुर :'ऐसा कोई सगा नहीं जिसको हमने ठगा नही' बता दें यह जो ठगी है यह न तो आपको किसी परेशानी में डालेगी और न ही आपको कभी निराश होने देगी, लेकिन इस ठगी से आपके मन को खुशी जरूर मिलेगी. जी हां, हम बात कर रहे हैं कानपुर शहर के प्रसिद्ध 'ठग्गू के लड्डू' की जिसकी चर्चा कानपुर शहर ही नहीं बल्कि देश-विदेश तक है. इस लड्डू के स्वाद को कानपुर में ही नहीं बल्कि विदेश में भी काफी ज्यादा पसंद किया जाता है. इतना ही नहीं खुद पीएम मोदी तक इस ठग्गू के लड्डू के स्वाद को चख चुके हैं.
आइए जानते हैं कैसे मिला दुकान को यह खास नाम : कानपुर शहर के बीचो-बीच स्थित ठग्गू के लड्डू की यह दुकान भले ही आपको देखने में थोड़ी छोटी नजर आए, लेकिन इसके स्वाद की चर्चा कई कोष तक फैली हुई है. 'ठग्गू के लड्डू' ये लाइन अपने आप में ही बेहद रोचक और अनोखी है. इसके नाम के पीछे भी एक कहानी है. ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत के दौरान दुकान मालिक मुन्नालाल मिश्रा ने बताया कि उनके फादर इन लॉ (ससुर) ने इस दुकान की शुरुआत की थी. उन्होंने इस नाम का चयन इसलिए किया था क्योंकि उन्हें ऐसा लगता था कि चीनी से बनी मिठाई लोगों ठग रही है और यह सेहत के लिए भी काफी ज्यादा हानिकारक हो सकती है.
उनका ऐसा सोचना था कि इस मीठी चीनी से ही हम भी तो लड्डू बनाते हैं यानी हम अपने लड्डुओं के जरिए लोगों का मुंह तो मीठा जरूर कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इसके जरिए ठग भी रहे हैं. तभी से इस दुकान का नाम ठग्गू के लड्डू पड़ गया. वहीं दुकान के बाहर लगे इस नारे ने 'ऐसा कोई सगा नहीं जिसको हमने ठगा नहीं' इसने लड्डू की लोकप्रियता इतनी ज्यादा बढ़ा दी कि हर कोई इसके स्वाद का मुरीद हो गया.