ETV Bharat / state

प्रयागराज महाकुंभ में गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए 324 हवन कुंडों का महायज्ञ - महाकुंभ मेला 2025

15 जनवरी से 12 फरवरी तक चलेगा या संकल्प अनुष्ठान.

ETV Bharat
महाकुंभ में गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए 324 हवन कुंडों का महायज्ञ (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 15, 2025, 3:41 PM IST

Updated : Jan 15, 2025, 3:50 PM IST

प्रयागराज : धर्म और आध्यात्म की नगरी प्रयागराज के महाकुंभ में वैसे तो हजारो रंग दिखाई देते हैं. लेकिन यहां आने वाले साधु संत अपने-अपने तरीके से चाहे वह सनातन धर्म को बढ़ाने की बात हो या गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने की बात हो, यज्ञ अनुष्ठान करके संकल्प ले रहे हैं. मेले में 'गौ माता' के सम्मान और उन्हें भारत की राष्ट्रीय माता के रूप में मान्यता दिलाने के लिए सबसे बड़ा (कुण्डीय पञ्चायतन गो-प्रतिष्ठा महायज्ञ) आयोजित किया जा रहा. यह अनुष्ठान 15 जनवरी से 12 फरवरी तक आयोजित होगा.

देश में गोहत्या की प्रथा को मिटाने के उद्देश्य से यह पवित्र अनुष्ठान ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के शिविर में हो रहा है. यह कुंभ मेला स्थल पर सबसे बड़ा यज्ञ शिविर है, जिसमें एक हजार एक ब्राह्मणों द्वारा यज्ञ प्रतिष्ठान किया जाएगा.
इस यज्ञ में सबसे बड़ी बात यह है कि गायों की जितनी प्रजातियां हैं उनके शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जाएगा, और 108 और 108 करके तीन भाग में यज्ञ शालाएं बनाई गई हैं जो अपने रूप में ही अद्भुत है.

ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु श‌ङ्कराचार्य :

स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती '१००८' ने कहा कि यह प्रतिष्ठा महायज्ञ प्रारंभ हो रहा है, 324 हवन कुंड बनाए गए हैं, जिसमें ग्यारह सौ एक पंडितों यज्ञ अनुष्ठान करेंगे. उद्देश्य यह है कि गौ माता की पूर्व काल में जो प्रतिष्ठा थी, इस काल में भी स्थापित हो. गौ माता को माता का दर्जा दिया जाए. गौ हत्या दंडनीय अपराध घोषित किया जाए. उनका कहना है कि जो राजनेता गौ माता की बात करते हैं यहां आकर इस यज्ञशाला की परिक्रमा करके संकल्प ले की गौ हत्या और गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा देना है.

यह भी पढ़ें : Mahakumbh 2025: वाराणसी से आज चलेगी महाकुंभ मेला स्पेशल ट्रेन, ये होगा समय

प्रयागराज : धर्म और आध्यात्म की नगरी प्रयागराज के महाकुंभ में वैसे तो हजारो रंग दिखाई देते हैं. लेकिन यहां आने वाले साधु संत अपने-अपने तरीके से चाहे वह सनातन धर्म को बढ़ाने की बात हो या गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने की बात हो, यज्ञ अनुष्ठान करके संकल्प ले रहे हैं. मेले में 'गौ माता' के सम्मान और उन्हें भारत की राष्ट्रीय माता के रूप में मान्यता दिलाने के लिए सबसे बड़ा (कुण्डीय पञ्चायतन गो-प्रतिष्ठा महायज्ञ) आयोजित किया जा रहा. यह अनुष्ठान 15 जनवरी से 12 फरवरी तक आयोजित होगा.

देश में गोहत्या की प्रथा को मिटाने के उद्देश्य से यह पवित्र अनुष्ठान ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के शिविर में हो रहा है. यह कुंभ मेला स्थल पर सबसे बड़ा यज्ञ शिविर है, जिसमें एक हजार एक ब्राह्मणों द्वारा यज्ञ प्रतिष्ठान किया जाएगा.
इस यज्ञ में सबसे बड़ी बात यह है कि गायों की जितनी प्रजातियां हैं उनके शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जाएगा, और 108 और 108 करके तीन भाग में यज्ञ शालाएं बनाई गई हैं जो अपने रूप में ही अद्भुत है.

ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु श‌ङ्कराचार्य :

स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती '१००८' ने कहा कि यह प्रतिष्ठा महायज्ञ प्रारंभ हो रहा है, 324 हवन कुंड बनाए गए हैं, जिसमें ग्यारह सौ एक पंडितों यज्ञ अनुष्ठान करेंगे. उद्देश्य यह है कि गौ माता की पूर्व काल में जो प्रतिष्ठा थी, इस काल में भी स्थापित हो. गौ माता को माता का दर्जा दिया जाए. गौ हत्या दंडनीय अपराध घोषित किया जाए. उनका कहना है कि जो राजनेता गौ माता की बात करते हैं यहां आकर इस यज्ञशाला की परिक्रमा करके संकल्प ले की गौ हत्या और गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा देना है.

यह भी पढ़ें : Mahakumbh 2025: वाराणसी से आज चलेगी महाकुंभ मेला स्पेशल ट्रेन, ये होगा समय

Last Updated : Jan 15, 2025, 3:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.