कांकेर : कांकेर जिला प्रशासन के अथक प्रयासों के बाद 14 बंधक मजदूरों को तमिलनाडु से वापस छत्तीसगढ़ लाया गया है.इन मजदूरों को वापस प्रदेश में लाकर इनकी मजदूरी का भुगतान भी करवाया गया है. कलेक्टर को कांकेर जिले के तहसील अंतागढ़ सरईपारा, फुलपाड़ निवासी संतुराम गावड़े ने पुत्री को एसएमआर फ्लाईएश ब्रिक्स, जुनजुपल्ली, बिलान्कुप्पम, जिला कृष्णागिरी तमिलनाडु में बंधक बनाने की शिकायत दी थी.इसी के साथ कई और लोगों के बंधक बनाए जाने की जानकारी मिली थी.सूचना मिलने के बाद श्रमिकों को लाने के लिए जिला प्रशासन ने रेस्क्यू दल का गठन किया.
कांकेर जिला प्रशासन ने 30 बंधक मजदूरों को छुड़ाया, तमिलनाडु में बिना भुगतान कर रहे थे काम - Big rescue operation in Kanker
कांकेर में जिला प्रशासन की कोशिश से सफलता हाथ लगी है. तमिलनाडु में बंधक बनाए गए 30 श्रमिकों को सकुशल घर वापस लाया गया है.Big rescue operation in Kanker
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Apr 8, 2024, 7:48 PM IST
3 महीने से बिना भुगतान कर रहे थे मजदूर काम :आपको बता दें कि तमिलनाडु में पिछले 3 महीनों से बंधक बनाकर श्रमिकों से काम लिया जा रहा था.इस दौरान श्रमिकों को ठेकेदार पैसों का भुगतान भी नहीं करता था. इस संबंध में जिला प्रशासन ने जानकारी मिलने के बाद संज्ञान में लिया.
जिला प्रशासन की मुस्तैदी आई काम :टीम गठित कर 5 अप्रैल को तमिलनाडु जिला कृष्णागिरी से सभी श्रमिकों को 7 अप्रैल को कांकेर सकुशल पहुंचाया गया. बंधक श्रमिकों को जिला कलेक्टर को सकुशल वापसी के संबंध में जानकारी दी गई. बंधक श्रमिकों में कुल 30 श्रमिकों को छुड़ाया गया. जिसमें कांकेर जिले से 14, नारायणपुर जिले 10 और कोण्डागांव जिले से 06 श्रमिक हैं.सभी को उनके परिवारों को सौंपा गया है.