सूरजपुर : छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक पत्रकार के माता पिता और छोटे भाई पर हमलाकर बेरहमी से हत्या कर दी गई है. इस वारदात के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है. सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस एफएसएल की टीम के साथ पहुंची और जांच पड़ताल कर रही है. इससे पहले बीजापुर जिले में भी पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या उसके रिश्तेदार भाइयों ने कर दी थी.
धारदार हथियार से किया जानलेवा हमला : यह घटना सूरजपुर जिले के खड़गवां चौकी क्षेत्र अंतर्गत जगन्नाथपुर गांव के दुक्कापारा की है. पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार को दोपहर जब दंपति मांगे राम टोप्पो 60 साल, उनकी पत्नी बसंती 53 साल और उनका बेटा नरेश 31 साल खेत में काम कर रहे थे. उसी दौरान 20 से अधिक विरोधी लोगों का समूह मौके पर पहुंचा और किसान परिवार के साथ विवाद किया. इस दौरान अचानक हिंसक झड़प शुरू हो गई. दबंगों ने उन पर लाठी और कुल्हाड़ियों से हमला कर दिया.
पति पत्नी और बेटे की मौत : दबंगों के लाठी और कुल्हाड़ियों से हमला करने से महिला और उसके बेटे की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि पिता गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल पिता को इलाज के लिए फौरन मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल अंबिकापुर रवाना किया गया, लेकिन अस्पताल ले जाते समय उनकी भी मौत हो गई. वहीं, इस घटना के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए.
गांव के दो पक्षों के बीच जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद लंबे समय से था. कोर्ट में भी यह मामला चल रहा था. आज एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर लाठी डंडे से जानलेवा हमला कर दिया. जिसमें दूसरे पक्ष के तीन लोगों की मौत हो गई. इस मामले में फिलहाल 7 से 8 लोग नामजद हैं. इस वारदात में 10 से 12 और आरोपी हैं, जिनके नाम का खुलासा होना बाकी है. उनकी धर पकड़ के लिए टीम रवाना की गई है : संतोष महतो, एएसपी, सूरजपुर
फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस : इस केस के संबंध में पुलिस का कहना है कि सात से आठ संदिग्धों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं. नामजद आरोपियों में प्रदीप, बाबूलाल, सियाराम वीरेंद्र सहित कुल 8 लोग शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इस संबंध में केस दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है.
मृतक नरेश टोप्पो का नाम गुंडा बदमाश के लिस्ट में भी था. पीआरओ से पता करने पर मृतकों में से या इनके भाई आदि किसी भी प्रेस मीडिया में रजिस्टर्ड नहीं हैं, ऐसी जानकारी पीआरओ से मिली है : संतोष महतो, एएसपी, सूरजपुर
कोर्ट तक पहुंचा था संपत्ति विवाद का मामला : जानकारी के मुताबिक, पीड़ितों और आरोपियों के बीच करीब 7.5 एकड़ जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, जिस जमीन पर पत्रकार संतोष टोप्पो के परिवार के लोग खेती किसानी करते हैं उस जमीन पर लंबे वक्त से विवाद चला आ रहा है. विवाद के चलते कोर्ट तक मामला पहुंचा. कुछ समय पहले ही कोर्ट ने विवाद पर सुनवाई करते हुए पत्रकार संतोष के पक्ष में फैसला सुनाया. कोर्ट के फैसले के बाद से ही विरोधी नाराज थे. संदेह जताया जा रहा है कि फैसले की नाराजगी की वजह से ही आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया.
बीजापुर में हुई थी पत्रकार की हत्या : छत्तीसगढ़ में नए साल में पत्रकार या उसके परिजनों पर हमले से जुड़ी यह दूसरी घटना है. इससे पहले बीजापुर जिले के होनहार पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या भी उसके रिश्तेदारों ने कर दी थी. हालांकि, पत्रकार मुकेश की हत्या उसके ठेकेदार भाई ने इसलिए कराई, क्योंकि वह इनके ठेके के खिलाफ न्यूज लगा रहा था. इस केस में पुलिस की एसआईटी टीम ने हत्या की वारदात में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. एसआईटी ने 9 जनवरी को प्रेस नोट जारी कर पत्रकार मुकेश हत्याकांड से जुड़े कई खुलासे किया था.