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मोर और भेड़िए की परवरिश करेगा पोस्ट ऑफिस, कमला नेहरू संग्रहालय में गोद ले सकते हैं जानवर - INDORE PEACOCK WOLF ADOPTION

इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में मोर और भेड़िए को डाक विभाग ने गोद लिया है. अब डाक विभाग उनका पालन-पोषण करेगा.

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मोर और भेड़िए की परवरिश करेगा पोस्ट ऑफिस (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 8, 2025, 5:07 PM IST

इंदौर: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय से अच्छी खबरें सामने आ रही है. कमला नेहरू संग्रहालय में मौजूद मोर भेड़िए का पालन-पोषण अब डाक विभाग के द्वारा किया जाएगा. बुधवार को डाक विभाग ने कई योजनाओं के तहत प्राणी संग्रहालय में मौजूद सफेद मोर और भेड़िए को गोद लेने की प्रक्रिया पूरी की है.

एक वर्ष के लिए लिया गोद

कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉक्टर उत्तम यादव ने बताया कि "प्राणी संग्रहालय में मौजूद सफेद मोर और एक भेड़िए का अगले 1 वर्ष तक पालन पोषण और मेडिकल व्यवस्थाओं का खर्च डाक विभाग उठाएगा. इसके लिए डाक विभाग द्वारा 20000 की राशि प्राणी संग्रहालय को दी गई है. डाक विभाग और प्राणी संग्रहालय प्रबंधन के बीच सफेद मोर और भेड़िए को गोद लेने की प्रक्रिया आज पूरी की गई है. प्रक्रिया के दौरान पोस्ट मास्टर जनरल प्रीति अग्रवाल और प्राणी संग्रहालय प्रबंधन के अधिकारी मौजूद रहे."

कमला नेहरू संग्रहालय में गोद ले सकते हैं जानवर (ETV Bharat)

भोजन और मेडिकल की राशि की जाएगी वहन

प्रभारी डॉक्टर उत्तम यादव ने बताया कि डाक विभाग द्वारा उठाए गया ये कदम सराहनीय है. इससे डाक विभाग और लोगों को फायदा मिलेगा. उन्होंने बताया कि प्राणी संग्रहालय में आने वाले लोगों को डाक विभाग की योजनाओं की भी जानकारी प्रदान की जाएगी. वहीं जिन जानवर और पक्षी को गोद लिया गया है. उनके पिंजरे के बाहर इसकी सूचना अभी प्रदर्शित की जाएगी."

सफेद मोर को पोस्ट ऑफिस ने लिया गोद (ETV Bharat)

क्या है गोद लेने की प्रक्रिया

प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉक्टर उत्तम यादव ने बताया कि "कोई भी व्यक्ति या संस्थान प्राणी संग्रहालय में मौजूद जानवरों को गोद लेने की प्रक्रिया कर सकता है. यह प्रक्रिया बेहद ही सामान्य प्रक्रिया है. व्यक्ति अपने किसी भी खुशी के पल के उपलक्ष्य में या अपने पसंदीदा जानवर या पक्षी को गोद लेने की प्रक्रिया को अपना सकता है. जिसमें उसे एक माह, एक वर्ष या आजीवन गोद लेने की प्रक्रिया की जा सकती है.

डाक विभाग की योजनाओं की मिलेगी जानकारी (ETV Bharat)

इस दौरान यह देखा जाता है कि गोद लेने वाले व्यक्ति द्वारा कितनी राशि जो प्रबंधन को डोनेट की जा रही है. उसके आधार पर समय अवधि तय की जाती है. इसमें भोजन के साथ-साथ मेडिकल खर्च भी शामिल होता है."

मंगलवार को मादा भालू ने दो बच्चों को दिया जन्म

बता दें बीते ही दिन कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय से किलकारी गूंजने की खबर भी सामने आई थी. जहां प्रभा मादा भालू ने दो बच्चों को जन्म दिया है. दोनों ही बच्चे स्वस्थ हैं और संग्रहालय प्रबंधन उनकी देखरेख कर रहा है. बच्चों के जन्म से प्राणी संग्रहालय में खुशी का माहौल है.

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