इंदौर: राहुल गांधी की 27 जनवरी को महू के अंबेडकर जन्मस्थली पर जय अंबेडकर जय संविधान यात्रा को लेकर राजनीति गर्माई हुई है. इसको लेकर जहां कांग्रेस व्यापक तैयारी कर रही है वहीं भाजपा भी रैली के बहाने राहुल गांधी पर लगातार निशाना साध रही है. गुरुवार को राज्य के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी को अंबेडकर जन्मस्थली पर 101 बार उठक बैठक लगाकर माफी मांगने की नसीहत दी.
कश्मीर में जब धारा 370 लगाई गई तब बाबा साहब अंबेडकर ने उसका किया था विरोध
इंदौर में विजयवर्गीय ने कहा "संविधान हमारे लिए रामचरितमानस की तरह सिर पर रखने वाला ग्रंथ है, पॉकेट में रखने वाला नहीं. उन्होंने राहुल का नाम लिए बिना कहा यह उनकी गलती नहीं है क्योंकि उनके संस्कार ही ऐसे हैं. उनके नाना ने कश्मीर में जब धारा 370 लगाई तब बाबा साहब अंबेडकर ने विरोध किया था, सरदार पटेल ने भी विरोध किया था. तब बाबा साहब अंबेडकर ने कहा था कि यह संविधान की आत्मा की हत्या है."
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विजयवर्गीय यही नहीं रुके उन्होंने कहा "उनकी दादी ने 1975 में आपातकाल लगाकर संविधान के मौलिक अधिकार को ही खत्म कर दिया था. प्रजातंत्र और प्रजातांत्रिक संस्थानों पर ताले लगवा दिए थे. पत्रकारों के अलावा चाहे सत्ताधारी नेता हो या विपक्षी दल का नेता सभी को उन्होंने खिलाफ बोलने पर जेल में डलवा दिया था. इंदिरा गांधी की हत्या के दौरान सिख समाज के लोगों पर जमकर अत्याचार किए गए.