रांची: लोकसभा चुनाव 2024 को फतह करने की तैयारियों में जुटी झारखंड कांग्रेस कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसको लेकर रविवार को झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर की अध्यक्षता में बैठक हुई. जिसमें मीडिया विभाग के पदाधिकारियों, इलेक्शन वार रूम पदाधिकारियों, सोशल मीडिया विभाग के पदाधिकरियों और अग्रणी संगठन मोर्चा पदाधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए.
इस दौरान झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने राज्य इकाई को यह निर्देश दिया कि वह कांग्रेस के घोषणा पत्र जिसे न्याय पत्र का नाम दिया गया, उसमें उल्लेखित 05 न्याय और 25 गारंटी को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने के लिए उसे झारखंड की स्थानीय भाषा और बोली में अनुवाद करें और जन-जन तक पहुंचाएं. इसके लिए तत्काल तैयारी शुरू कर देने का निर्देश प्रदेश प्रभारी ने दिया.
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम मीर अहमद ने यह भी निर्देश दिया कि चुनाव के दौरान विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश स्तर पर नियुक्त प्रवक्ताओं की नियुक्ति प्रभारी के रूप में अलग-अलग जिला और लोकसभा स्तर पर किया जाए. उन्होंने कहा कि ऐसा होने से जिला और लोकसभा स्तर के प्रवक्ताओं से समन्वय स्थापित करने में आसानी होगी.
इस लोकसभा चुनाव को महत्वपूर्ण चुनाव बताते हुए गुलाम अहमद मीर ने कहा कि मीडिया विभाग के साथियों की भूमिका चुनाव के दौरान तो महत्वपूर्ण है ही लेकिन चुनाव के पहले की तैयारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है. प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग से जुड़े नेताओं से प्रदेश प्रभारी ने आह्वान किया कि वह अपने घोषणा पत्र को जन-जन तक बेहद सरल और उनकी भाषा में पहुंचाने की योजना पर काम करें.
गुलाम अहमद मीर ने मीडिया को जनता से सीधा संवाद का सशक्त माध्यम बताया है. आज के दौर में अपनी बातों को जनता तक पहुंचाने का माध्यम मीडिया ही है. इससे जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित होता है. आरोप के लहजे में गुलाम अहमद मीर ने कहा कि मोदी सरकार के खास लोगों ने पिछले एक दशक कई हथकंडे अपनाकर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर कब्जा करने की कोशिश की है, पर कांग्रेस जनता की आवाज उठाती रही है. यही कारण है कि मोदी सरकार की कोशिशों के बावजूद मीडिया हमारी बातें जनता के समक्ष रख रही है.
कांग्रेस के न्याय पत्र को जन-जन तक पहुंचाने में मीडिया का रोल अहम- राजेश ठाकुर