रांची:एक एजेंसी द्वारा जारी सर्वे को लेकर प्रदेश कांग्रेस के नेता काफी उत्साहित हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अमूल्य नीरज खलखो ने इस सर्वे को मोदी सरकार की पोल खोलने वाला बताया है. उन्होंने कहा कि इससे साबित हो गया है कि बेरोजगारी और महंगाई देश की आम जनता के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है. उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी मूल मुद्दे से ध्यान भटकाने की लाख कोशिश कर लें, लेकिन इसका राज्य और देश की जनता पर कोई असर नहीं होगा.
अमूल्य नीरज खलखो ने कहा कि सी.एस.डी.एस की ओर से जारी ताजा सर्वे मोदी सरकार की नाकामी की कहानी बयां करता है. उन्होंने कहा कि उनके नेता राहुल गांधी कमरतोड़ महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा लगातार उठाते रहे हैं. भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस लगातार देश में युवाओं की बेरोजगारी जैसे मुद्दे उठाती रही है. सीएसडीएस के ओपिनियन पोल में जो बातें सामने आई हैं उससे साफ हो गया है कि कांग्रेस लगातार जनता के मुद्दे उठा रही थी.
'मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करेगी भाजपा'
अमूल्य नीरज खलखो ने कहा कि अब जब लोकसभा चुनाव बिल्कुल नजदीक है और ओपिनियन पोल के माध्यम से बेरोजगारी और महंगाई पर जनता की राय भी सामने आ गयी है, तो बहुत संभव है कि बीजेपी और उसके नेता मतदाता का ध्यान प्रभावित करने की कोशिश करें, ऐसे में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सतर्क रहेंगे और अपना कर्तव्य निभाएंगे.
उन्होंने कहा कि जनता की आवाज को दबाने के लिए कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के नेताओं पर ईडी का शिकंजा कसा जा रहा है ताकि महंगाई और बेरोजगारी जैसे बुनियादी मुद्दे सुर्खियां न बन सकें. उन्होंने कहा कि देश की जनता, खासकर युवा अब जाग चुके हैं और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. देश की जनता ने उनकी बयानबाजी और वादाखिलाफी का जवाब देने का मन बना लिया है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार 2019 में वापस नहीं आती, लेकिन पुलवामा में देश के वीर शहीदों की शहादत पर राजनीति कर वह जनता को अपने पक्ष में करने में सफल रही. पिछले कुछ समय से बीजेपी फिर से मोदी की गारंटी पर जोर देकर देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश में लग गई है, लेकिन बेरोजगारी, महंगाई और चुनावी बांड से जुड़े भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जनता नाराज है.
उन्होंने कहा कि ऐसे में बीजेपी की ओर से फिर से धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिशें शुरू कर दी गई हैं. चुनाव से ठीक पहले जब सीएसडीएस के सर्वे से जनता का मूड पता चला है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता का ध्यान मूल मुद्दों से हटाने के लिए फिर से सनातनी राग अलापना शुरू कर दिया है.