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ड्रॉ जीत हार के अलावा टेस्ट मैच टाई भी हो सकता है! क्रिकेट इतिहास में सिर्फ दो बार हुआ ऐसा, यहां देखें दोनों मैचों के स्कोर - TIE IN TEST CRICKET

1877 से अब तक खेले गए 2573 टेस्ट मैचों में केवल दो मैच टाई पर समाप्त हुए हैं.

ड्रॉ जीत हार के अलावा टेस्ट मैच टाई भी हो सकता है!
ड्रॉ जीत हार के अलावा टेस्ट मैच टाई भी हो सकता है! (Getty images)
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By ETV Bharat Sports Team

Published : 9 hours ago

Updated : 8 hours ago

हैदराबाद: मैदान पर एक्शन के साथ दर्शकों का मनोरंजन करने की जरूरत को पूरा करने के लिए क्रिकेट में हमेशा कुछ न कुछ बदलाव होता रहता है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत टेस्ट से हुई और पिछले कुछ सालों में कुछ बदलावों के बाद क्रिकेट का सबसे छोटा फॉर्मेट टी20 क्रिकेट का सबसे लोकप्रिय फॉर्मेट बन गया है.

सीमित ओवरों के क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के साथ टेस्ट की लोकप्रियता फीकी पड़ रही थी, जिसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप को लोकप्रिय बनाने के लिए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की शुरुआत की. जिसके बाद से ज्यादातर टेस्ट मैचों के परिणाम आने लगे हैं.

टेस्ट मैच पांच दिनो का होता है इसलिए किसी भी टेस्ट मैच के तीन परिणाम सामने आते है, या तो मैच को कोई टीम जीत जाती है और एक टीम को हार का सामना करना पड़ता है या फिर मैच ड्रॉ हो जाता. इस तीन परिणामों के अलावा टेस्ट में चौथा परिणाम आना असंभव समझा जाता था.

लेकिन टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में केवल दो मैचों में चौथा परिणाम टाई की शक्ल में देखने को मिला, जो एक दुर्लभ उदाहरण है. क्रिकेट में मैच तब बराबरी या टाई पर समाप्त होता है जब दोनों टीम के स्कोर बराबर हों. ऐसा अनोखा परिणाम 9 दिसंबर, 1960 को ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज और 18 सितंबर, 1986 को भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के मैच में आया.

ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज (1960)
ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज (1960) (AFP PHOTO)

ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज (9 दिसंबर, 1960)
टेस्ट क्रिकेट का पहला टाई मैच 1960 में खेला गया था, जब ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज 9 दिसंबर से शुरू हुए मैच में आमने-सामने थे. दोनों देशों के बीच खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. कैरेबियाई टीम ने पहली पारी में गैरी सोबर्स (132), फ्रैंक वॉरेल (65) और जो सोलोमन (65) की बदौलत 453 रन बनाए. एलन डेविडसन ने पहली पारी में पांच विकेट लिए.

ऑस्ट्रेलिया ने जवाब में नॉर्म ओ'नील (181) के शतक और बॉब सिम्पसन (92) के अर्धशतक की बदौलत 505 रन बनाए. पहली पारी में 52 रन से पिछड़ने के बाद वेस्टइंडीज ने अपनी दूसरी पारी में 284 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया के सामने 233 रन का लक्ष्य रखा. लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम 232 रन पर ढेर हो गई. वेस हॉल ने पांच विकेट चटकाए. जिस की वजह से मैच टाई पर समाप्त हुआ.

टेस्ट मैचों में केवल दो मैच टाई पर समाप्त हुए
टेस्ट मैचों में केवल दो मैच टाई पर समाप्त हुए (Getty images)

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (18 सितंबर, 1986)
टेस्ट क्रिकेट का दूसरा टाई मैच भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच 1986 में खेला गया. ऑस्ट्रेलिया ने पूरे मैच में अपना दबदबा बनाए रखा, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने चौथी पारी में अपना हुनर ​​दिखाते हुए मैच को टाई करा दिया. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 574 रन बनाकर पारी घोषित की. जवाब में भारत 397 पर ऑल आउट हो गया, कपिल देव ने 119 रनों की शानदार पारी खेली.

इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी 5 विकेट पर 170 रन पर घोषित की और भारतीय टीम को 348 रनों का लक्ष्य दिया. जिसके बाद भारतीय टीम शानदार खेल का मुजाहरा किया और मैच को टाई कराने में कामयाब रहे. सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम की ओर से 90 रन बनाए, जबकि मोहिंदर अमरनाथ ने 51 रन बनाए. ग्रेग मैथ्यूज और रे ब्राइट ने पांच-पांच विकेट लिए.

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सीमित ओवरों के क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के साथ टेस्ट की लोकप्रियता फीकी पड़ रही थी, जिसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप को लोकप्रिय बनाने के लिए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की शुरुआत की. जिसके बाद से ज्यादातर टेस्ट मैचों के परिणाम आने लगे हैं.

टेस्ट मैच पांच दिनो का होता है इसलिए किसी भी टेस्ट मैच के तीन परिणाम सामने आते है, या तो मैच को कोई टीम जीत जाती है और एक टीम को हार का सामना करना पड़ता है या फिर मैच ड्रॉ हो जाता. इस तीन परिणामों के अलावा टेस्ट में चौथा परिणाम आना असंभव समझा जाता था.

लेकिन टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में केवल दो मैचों में चौथा परिणाम टाई की शक्ल में देखने को मिला, जो एक दुर्लभ उदाहरण है. क्रिकेट में मैच तब बराबरी या टाई पर समाप्त होता है जब दोनों टीम के स्कोर बराबर हों. ऐसा अनोखा परिणाम 9 दिसंबर, 1960 को ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज और 18 सितंबर, 1986 को भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के मैच में आया.

ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज (1960)
ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज (1960) (AFP PHOTO)

ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज (9 दिसंबर, 1960)
टेस्ट क्रिकेट का पहला टाई मैच 1960 में खेला गया था, जब ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज 9 दिसंबर से शुरू हुए मैच में आमने-सामने थे. दोनों देशों के बीच खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. कैरेबियाई टीम ने पहली पारी में गैरी सोबर्स (132), फ्रैंक वॉरेल (65) और जो सोलोमन (65) की बदौलत 453 रन बनाए. एलन डेविडसन ने पहली पारी में पांच विकेट लिए.

ऑस्ट्रेलिया ने जवाब में नॉर्म ओ'नील (181) के शतक और बॉब सिम्पसन (92) के अर्धशतक की बदौलत 505 रन बनाए. पहली पारी में 52 रन से पिछड़ने के बाद वेस्टइंडीज ने अपनी दूसरी पारी में 284 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया के सामने 233 रन का लक्ष्य रखा. लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम 232 रन पर ढेर हो गई. वेस हॉल ने पांच विकेट चटकाए. जिस की वजह से मैच टाई पर समाप्त हुआ.

टेस्ट मैचों में केवल दो मैच टाई पर समाप्त हुए
टेस्ट मैचों में केवल दो मैच टाई पर समाप्त हुए (Getty images)

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (18 सितंबर, 1986)
टेस्ट क्रिकेट का दूसरा टाई मैच भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच 1986 में खेला गया. ऑस्ट्रेलिया ने पूरे मैच में अपना दबदबा बनाए रखा, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने चौथी पारी में अपना हुनर ​​दिखाते हुए मैच को टाई करा दिया. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 574 रन बनाकर पारी घोषित की. जवाब में भारत 397 पर ऑल आउट हो गया, कपिल देव ने 119 रनों की शानदार पारी खेली.

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