जयपुर:प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर एक बार फिर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने है. पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर सोशल मीडिया के जरिए भजनलाल सरकार को घेरा, तो पलटवार में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म उतर आए. बेढ़म ने कहा कि अशोक गहलोत भ्रामक सूचनाएं पोस्ट कर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि भजनलाल सरकार में प्रदेश के अपराध में कमी आई है.
बेढ़म का गहलोत पर पलटवार (ETV Bharat Jaipur) भ्रामक ट्वीट से गुमराह करने का प्रयास:गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भ्रामक ट्विट के माध्यम से जनता को गुमराह करने का प्रयास किया है. राजधानी जयपुर में वर्ष 2024 में पिछले वर्षों की तुलना में अपराधों में कमी आई है. पूर्व मुख्यमंत्री को अपने शासनकाल में वर्ष 2022 एवं 2023 में हुए अपराधों का तुलनात्मक अध्ययन कर लेना चाहिए. उनके कार्यकाल में हत्या, लूट, डकैती तथा बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों का ग्राफ आसमान छू रहा था.
पढ़ें:गहलोत बोले- 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी नशे के कारोबार में लिप्त पाए गए, सरकार और प्रशासन नहीं है गंभीर - ADDICTION IN YOUTH
बेढ़म ने कहा कि जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत वर्ष 2024 में अपराधों में पहले की तुलना में 8 प्रतिशत की कमी आई है. इनमें हत्या के मामलों में 26 प्रतिशत की कमी, हत्या के प्रयास के मामलों में 11 प्रतिशत तथा लूट के प्रकरणों में 18 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है. बलात्कार और अपहरण के मामले भी कम हुए हैं, जबकि गहलोत सरकार के कार्यकाल के दौरान 2022 में राज्य में कुल अपराधों में 22 प्रतिशत की और 2023 में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को घटित घटनाएं आपसी रंजिश की घटनाएं थी, जिनमें पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए तुरंत कार्रवाई की है.
पढ़ें:गहलोत बोले- कांग्रेस बड़े दिल की पार्टी, राहुल गांधी को अपशब्द कहने वालों की भी पार्टी मुख्यालय में फोटो - EX CM ASHOK GEHLOT
अपराध में आई कमी:मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार का गठन होते ही संगठित अपराध को रोकने के लिए एंटी गैंगस्टर्स टास्क फोर्स का गठन किया गया. इसके परिणामस्वरूप आज बदमाश राजस्थान छोड़ने पर विवश हो गए हैं. उन्होंने कहा कि जनवरी 2024 से अक्टूबर 2024 के आंकड़ों का अध्ययन करें तो प्रदेश में भी पहले की तुलना में अपराधों में 7.76 प्रतिशत की कमी आई है. महिला अत्याचार के मामलों में 10.18 और अनुसूचित जाति/जनजाति पर होने वाले अपराधों में भी 14.28 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है. यह राज्य की पुलिस की सक्रियता से ही संभव हुआ कि सभी बड़े अपराधों का खुलासा तुरंत हुआ है.