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जोबनेर पुलिस ने पकड़े खून के सौदागर, दान में मिले रक्त का कर रहे थे सौदा - SMUGGLING OF BLOOD

जयपुर में ब्लड की तस्करी पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक कार से 255 यूनिट ब्लड जब्त किया है. तीन लोग गिरफ्तार.

smuggling of blood
255 यूनिट रक्त किया बरामद, 3 लोग हिरासत में (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 27, 2025, 4:07 PM IST

जयपुर : जिले के जोबनेर थाना पुलिस ने रविवार रात नाकाबंदी के दौरान एक कार से भारी मात्रा में ब्लड यूनिट्स बरामद कर तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. इसके बाद पुलिस ने इस मामले की जानकारी औषधि नियंत्रण विभाग जयपुर को दी. सोमवार को विभाग की टीम मौके पर पहुंची. उन्होंने ब्लड यूनिट्स की जांच की और उन्हें जयपुरिया अस्पताल जयपुर भेज दिया.

कार से जब्त किया रक्त : जोबनेर थानाधिकारी सोहेल खान के अनुसार नाकाबंदी के दौरान एक कार को रुकवाया गया, जिसमें कार्टन में बड़ी संख्या में ब्लड यूनिट्स के पैकेट पाए गए, जब पुलिस ने कार में सवार लोगों से ब्लड के दस्तावेज मांगे, तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. इसके बाद पुलिस ने कार को जब्त कर तीनों युवकों को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में युवकों ने बताया कि मकराना में पूर्व विधायक के भाई की स्मृति में आयोजित ब्लड कैंप से 255 यूनिट ब्लड लेकर सवाईमाधोपुर जा रहे थे, लेकिन दस्तावेज नहीं मिलने पर पुलिस ने इनका ट्रांसपोर्टेशन संदिग्ध पाया.

अतिरिक्त ड्रग कंट्रोलर विजय सिंघल (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर जिले में ब्लड की तस्करी को लेकर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 255 यूनिट ब्लड जब्त कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. एक कार को भी जब्त किया गया है. पुलिस पूरे मामले को लेकर जांच में जुटी है- प्रियंका वैष्णव, डीवाईएसपी, जोबनेर

इसे भी पढ़ें- आपका खून बचा सकता है कई जिंदगियां, जानिए ऐसे रक्तदाताओं के अनुभव जो सबके लिए हैं प्रेरक - World Blood Donor Day

अवैध तरीके से ले जा रहे थे रक्त : औषधि नियंत्रण विभाग के अतिरिक्त ड्रग कंट्रोलर विजय सिंघल ने बताया कि जोबनेर थाना पुलिस से सूचना मिलने के बाद उनकी टीम मौके पर पहुंची और 255 ब्लड यूनिट्स की जांच की. जांच के बाद ये ब्लड यूनिट्स जयपुरिया अस्पताल भेजे गए, जहां इनकी जांच की जाएगी. विभाग की टीम द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि मकराना में आयोजित ब्लड कैंप से एकत्रित अधिक संख्या में ब्लड यूनिट्स को बिना किसी उचित दस्तावेज के सवाईमाधोपुर भेजा जा रहा था, जो नियमों के खिलाफ है.

ब्लड यूनिट्स के उचित रख-रखाव और ट्रांसपोर्टेशन के लिए औषधि नियंत्रण विभाग के निर्देशों का पालन करना आवश्यक होता है, लेकिन ये यूनिट्स निजी कार में बिना किसी उचित प्रक्रिया के ले जाई जा रही थीं, जिससे कई सवाल उठते हैं. पुलिस और औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा इस मामले की गहन जांच की जा रही है. मामले का खुलासा जांच पूरी होने के बाद ही होगा.

लाइसेंस निरस्त हो सकता है : वहीं, इस मामला में ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. संबंधित ब्लड बैंक सेंटर को नोटिस भी जारी किया जाएगा और जांच में किसी तरह की कोई खामी पाई गई तो मकराना और सवाईमाधोपुर ब्लड बैंक के लाइसेंस निरस्त किए जा सकते हैं. अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि मकराना से आखिर किसी अन्य राज्यों में तो ब्लड नहीं भेजा जा रहा था. विभाग इसकी भी जांच कर रहा है.

पूर्व विधायक ने कही ये बातः मकराना के पूर्व विधायक और भाजपा नेता रुपाराम मुरावतिया ने खून के सौदागरों के पकड़े जाने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि 'मैं अपने छोटे भाई प्रेम मुरावतिया की याद में ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित कर लोगों से खून जमा कर रहे थे, जिसका सौदा किया जा रहा है'. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है. पूर्व विधायक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि इस पुरे मामले की निष्पक्ष एवं त्वरित जांच करके पुरे गिरोह एवं मकराना ब्लड बैंक के संचालक सहित इसमें लिप्त सभी पर कड़ी कारवाई होनी चाहिए. कार्रवाई के लिए 'मैंने ई-मेल के माध्यम से राजस्थान पुलिस के महानिदेशक, जयपुर रेंज के आईजी एवं प्रदेश के ड्रग कंट्रोलर से मांग की है. साथ ही कल जयपुर जाकर संबंधित उच्च अधिकारीयों से मिलकर इस कुकृत्य की पारदर्शी तरीके से जांच करवाउंगा. मैं आपको पुरा भरोसा दिलाता हूं कि एक भी आरोपी जो इस दुष्कृत्य में शामिल है, वो किसी भी सूरत में नहीं बचेगा. इन दरींदों पर कार्रवाई करना मेरा लक्ष्य और कर्तव्य रहेगा'.

सांसद हनुमान बेनीवाल ने किया ट्वीट : वहीं, इस मामले में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर रक्त का अवैध कारोबार करने का मामले को दुर्भाग्यपूर्ण और मानवता को शर्मसार करने वाला बताया. बेनीवाल ने कहा राजस्थान में कई ब्लड बैंकों द्वारा गांवों, शहरों में रक्तदान शिविर लगाकर एकत्रित किए गए रक्त का अवैध कारोबार चरम पर चल रहा है, ऐसे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मामले में संज्ञान लेकर ब्लड बैंक चलाने वाले, अवैध धंधे में संलिप्त लोगों के गिरोह और ऐसे लोगों को संरक्षण देने वाले राजनेताओं के नाम का खुलासा करते हुए उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करवाने की मांग की है.

जयपुर : जिले के जोबनेर थाना पुलिस ने रविवार रात नाकाबंदी के दौरान एक कार से भारी मात्रा में ब्लड यूनिट्स बरामद कर तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. इसके बाद पुलिस ने इस मामले की जानकारी औषधि नियंत्रण विभाग जयपुर को दी. सोमवार को विभाग की टीम मौके पर पहुंची. उन्होंने ब्लड यूनिट्स की जांच की और उन्हें जयपुरिया अस्पताल जयपुर भेज दिया.

कार से जब्त किया रक्त : जोबनेर थानाधिकारी सोहेल खान के अनुसार नाकाबंदी के दौरान एक कार को रुकवाया गया, जिसमें कार्टन में बड़ी संख्या में ब्लड यूनिट्स के पैकेट पाए गए, जब पुलिस ने कार में सवार लोगों से ब्लड के दस्तावेज मांगे, तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. इसके बाद पुलिस ने कार को जब्त कर तीनों युवकों को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में युवकों ने बताया कि मकराना में पूर्व विधायक के भाई की स्मृति में आयोजित ब्लड कैंप से 255 यूनिट ब्लड लेकर सवाईमाधोपुर जा रहे थे, लेकिन दस्तावेज नहीं मिलने पर पुलिस ने इनका ट्रांसपोर्टेशन संदिग्ध पाया.

अतिरिक्त ड्रग कंट्रोलर विजय सिंघल (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर जिले में ब्लड की तस्करी को लेकर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 255 यूनिट ब्लड जब्त कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. एक कार को भी जब्त किया गया है. पुलिस पूरे मामले को लेकर जांच में जुटी है- प्रियंका वैष्णव, डीवाईएसपी, जोबनेर

इसे भी पढ़ें- आपका खून बचा सकता है कई जिंदगियां, जानिए ऐसे रक्तदाताओं के अनुभव जो सबके लिए हैं प्रेरक - World Blood Donor Day

अवैध तरीके से ले जा रहे थे रक्त : औषधि नियंत्रण विभाग के अतिरिक्त ड्रग कंट्रोलर विजय सिंघल ने बताया कि जोबनेर थाना पुलिस से सूचना मिलने के बाद उनकी टीम मौके पर पहुंची और 255 ब्लड यूनिट्स की जांच की. जांच के बाद ये ब्लड यूनिट्स जयपुरिया अस्पताल भेजे गए, जहां इनकी जांच की जाएगी. विभाग की टीम द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि मकराना में आयोजित ब्लड कैंप से एकत्रित अधिक संख्या में ब्लड यूनिट्स को बिना किसी उचित दस्तावेज के सवाईमाधोपुर भेजा जा रहा था, जो नियमों के खिलाफ है.

ब्लड यूनिट्स के उचित रख-रखाव और ट्रांसपोर्टेशन के लिए औषधि नियंत्रण विभाग के निर्देशों का पालन करना आवश्यक होता है, लेकिन ये यूनिट्स निजी कार में बिना किसी उचित प्रक्रिया के ले जाई जा रही थीं, जिससे कई सवाल उठते हैं. पुलिस और औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा इस मामले की गहन जांच की जा रही है. मामले का खुलासा जांच पूरी होने के बाद ही होगा.

लाइसेंस निरस्त हो सकता है : वहीं, इस मामला में ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. संबंधित ब्लड बैंक सेंटर को नोटिस भी जारी किया जाएगा और जांच में किसी तरह की कोई खामी पाई गई तो मकराना और सवाईमाधोपुर ब्लड बैंक के लाइसेंस निरस्त किए जा सकते हैं. अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि मकराना से आखिर किसी अन्य राज्यों में तो ब्लड नहीं भेजा जा रहा था. विभाग इसकी भी जांच कर रहा है.

पूर्व विधायक ने कही ये बातः मकराना के पूर्व विधायक और भाजपा नेता रुपाराम मुरावतिया ने खून के सौदागरों के पकड़े जाने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि 'मैं अपने छोटे भाई प्रेम मुरावतिया की याद में ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित कर लोगों से खून जमा कर रहे थे, जिसका सौदा किया जा रहा है'. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है. पूर्व विधायक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि इस पुरे मामले की निष्पक्ष एवं त्वरित जांच करके पुरे गिरोह एवं मकराना ब्लड बैंक के संचालक सहित इसमें लिप्त सभी पर कड़ी कारवाई होनी चाहिए. कार्रवाई के लिए 'मैंने ई-मेल के माध्यम से राजस्थान पुलिस के महानिदेशक, जयपुर रेंज के आईजी एवं प्रदेश के ड्रग कंट्रोलर से मांग की है. साथ ही कल जयपुर जाकर संबंधित उच्च अधिकारीयों से मिलकर इस कुकृत्य की पारदर्शी तरीके से जांच करवाउंगा. मैं आपको पुरा भरोसा दिलाता हूं कि एक भी आरोपी जो इस दुष्कृत्य में शामिल है, वो किसी भी सूरत में नहीं बचेगा. इन दरींदों पर कार्रवाई करना मेरा लक्ष्य और कर्तव्य रहेगा'.

सांसद हनुमान बेनीवाल ने किया ट्वीट : वहीं, इस मामले में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर रक्त का अवैध कारोबार करने का मामले को दुर्भाग्यपूर्ण और मानवता को शर्मसार करने वाला बताया. बेनीवाल ने कहा राजस्थान में कई ब्लड बैंकों द्वारा गांवों, शहरों में रक्तदान शिविर लगाकर एकत्रित किए गए रक्त का अवैध कारोबार चरम पर चल रहा है, ऐसे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मामले में संज्ञान लेकर ब्लड बैंक चलाने वाले, अवैध धंधे में संलिप्त लोगों के गिरोह और ऐसे लोगों को संरक्षण देने वाले राजनेताओं के नाम का खुलासा करते हुए उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करवाने की मांग की है.

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