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मुकेश अग्निहोत्री ने किया था हॉली लॉज के लिए सीएम कुर्सी का विरोध: जयराम ठाकुर - jairam thakur targeted congress - JAIRAM THAKUR TARGETED CONGRESS

मंडी लोकसभा सीट हिमाचल की सबसे हॉट सीट बनी हुई है. बीजेपी से कंगना रनौत इस सीट पर कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह को टक्कर दे रही हैं. कंगना के लिए अभी चुनाव प्रचार का जिम्मा अभी तक पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने संभाल रखा है. जयराम ठाकुर अपने अंदाज में प्रदेश सरकार और पूरी कांग्रेस को जमकर घेर रहे हैं.

JAIRAM THAKUR TARGETED CONGRESS
जयराम ठाकुर का डिप्टी सीएम पर हमला (ETV Bharat)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : May 18, 2024, 8:57 PM IST

मंडी: पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर इन दिनों लोकसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. अपने भाषणों में जयराम ठाकुर कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं. नाचन के जैदेवी में अपने भाषण में उन्होंने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के साथ-साथ विक्रमादित्य सिंह पर भी जुबानी हमला बोला.

जयराम ठाकुर ने मंच से भाषण के दौरान डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की जीत बाद जब सीएम की कुर्सी के लिए हॉली लॉज का प्रस्ताव रखा गया था, उस दौरान उप मुख्यमंत्री ने सबसे पहले इसका विरोध किया था. आज वो न तो हॉली लॉज के साथ हैं और न ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ हैं. मुकेश अग्निहोत्री की भूमिका के बारे में प्रदेश का बच्चा-बच्चा जानता है. आज ये बातें निकली हैं तो फिर पूरी तरह से खुलकर सामने आनी चाहिए. मुकेश अग्निहोत्री सीएम सुक्खू के कुर्सी से हटने का इंतजार कर रहे हैं.

जयराम ठाकुर ने इस मौके पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर भी जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि आज सीएम के साथ उनके ही गृह जिला के विधायक नहीं है. उनके गृह जिला के तीन विधायकों ने उनका साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. वहीं, कांग्रेस हाईकमान ने भी यह संकेत दे दिया है कि लोकसभा चुनावों के बाद नेतृत्व परिवर्तन होना तय है.

जयराम ठाकुर ने कहा कि आज विक्रमादित्य सिंह यह कह रहे हैं कि आपदा के समय कंगना रनौत कहां पर थी, लेकिन पहले उन्हें यह बताना चाहिए कि उनकी माता जी वर्तमान में सांसद हैं, वो कहां पर थी. आपदा के दौरान वह कितने लोगों से मिलीं और कितनों को मदद पहुंचाई. चुनी हुई जनप्रतिनिधि के नाते यह उनका फर्ज था कि वो प्रभावितों के बीच जातीं, लेकिन वह ऐसा करने में पूरी तरह से नाकाम रहीं.

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