सदन में बोले जयराम- "भाभी जी, सीएम ने सबका स्वागत किया, आपका नहीं", गूंज उठी हंसी - Jairam Thakur on Kamlesh Thakur
Jairam Thakur on CM Sukhvinder Sukhu Wife Kamlesh Thakur: मंगलवार 3 सितंबर को हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के छठे दिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर विधायक होने के नाते पहली बार विधानसभा पहुंची थी. जहां नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कुछ ऐसा कहा कि सदन हंसी के ठहाकों से गूंज उठा. ठहाके यहीं नहीं रुके, बाद में बीजेपी विधायक सतपाल सत्ती और फिर सीएम सुक्खू की बातों पर भी सदन में हंसी के ठहाके गूंजते रहे.
मानसून सत्र में कमलेश ठाकुर ने पहली बार लिया हिस्सा (हिमाचल विधानसभा)
विधायक सतपाल सती और सीएम के बयानों से गूंज उठा सदन (ETV Bharat)
शिमला:हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सेशन में पक्ष और विपक्ष के बीच चल रहे टकराव के दौरान मंगलवार को माहौल खुशनुमा देखने को मिला. दरअसल, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर एमएलए बनने के बाद पहली बार सदन में आई थीं. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में कमलेश ठाकुर से मुखातिब होते हुए हल्के फुल्के अंदाज में कहा, "भाभी जी, सीएम साहब ने सदन में सभी नए सदस्यों का स्वागत किया, लेकिन आपका नहीं किया". ये सुनते ही सदन में हंसी गूंज गयी.
कमलेश ठाकुर विधानसभा उपचुनाव जीतकर सदन की सदस्य बनी हैं हालांकि विधानसभा का मौजूदा सत्र 27 अगस्त से शुरू हो गया था, लेकिन परिवार में शोक होने की वजह से वह कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकी थीं और मंगलवार को एक विधायक होने के नाते पहली बार सदन में पहुंची थीं. गौरतलब है कि कमलेश ठाकुर ने जुलाई में हुए उपचुनाव में देहरा विधानसभा सीट से जीत हासिल की है और हिमाचल के इतिहास में ये पहली बार है जब पति-पत्नी की जोड़ी विधानसभा का हिस्सा हैं.
विधायक बनने के बाद पहली बार सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंची कमलेश ठाकुर (ETV Bharat)
ठहाके लगते रहे
बाद में स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने सदन की कार्यवाही के दौरान कमलेश ठाकुर का स्वागत किया. इससे पहले सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के छात्र दौर के पुराने दोस्त सतपाल सिंह सत्ती ने अपने ही अंदाज में उनका स्वागत किया. भाजपा सदस्य सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि "अब तो सदन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को कुछ भी बोलने से पहले सोचना पड़ेगा, क्योंकि अब भाभी जी भी सदन में आ गई हैं" इस पर सदन में खूब ठहाके लगे. फिर सीएम सुक्खू ने भी त्वरित प्रतिक्रिया दी, सीएम ने कहा कि "विपक्ष पत्नी का नाम लेकर उन्हें डराने की कोशिश न करें." इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने भी मजाक करते हुए पूछा कि क्या आप अपनी धर्मपत्नी से डरते हैं, तो मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि "वह सिर्फ यह कह रहे हैं कि उन्हें पत्नी का नाम लेकर डराने की कोशिश न की जाए."
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों से सदन में पक्ष व विपक्ष के बीच गतिरोध चल रहा था. विपक्ष के सदस्य स्पीकर के एक बयान से आहत थे, लेकिन मंगलवार को सदन में सब सामान्य हो गया और कार्यवाही सुचारू रूप से चल पड़ी.