नई दिल्लीःइकोनॉमी खाना के नाम से रेलवे स्टेशनों पर 20 रुपये में यात्रियों को पूड़ी सब्जी और अचार दिया जा रहा है. यह रेट आईआरसीटीसी का है. जबकि इंडियन रेवले के स्टेशनों पर बने स्टॉल पर यही पूड़ी सब्जी और अचार मात्र 15 रुपये में मिलता है. ऐसे में हजारों यात्रियों से रोजाना खाने पर 5 रुपये अतिरिक्त लिए जाने पर विरोध भी हो रहा है.
अखिल भारतीय रेलवे खानपान लाइसेंसी वेलफेयर एसोसिएशन ने विरोध करते हुए कहा कि रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी को फायदा पहुंचाने के लिए इकोनॉमी खाने के नाम से यह व्यवस्था शुरू की है. जबकि, यात्रियों से ज्यादा शुल्क वसूला जा रहा है. इसके लेकर रेलवे बोर्ड और रेल मंत्रालय में शिकायत भी की गई है.
अप्रैल में रेलवे ने आईआरसीटीसी को रेलवे स्टेशनों पर इकोनॉमी खाना देने का काम दिया था. जिसमें 20 रुपये में सात पूड़ी (175 ग्राम) और आलू की सूखी सब्जी के साथ अचार देना होता है. 50 रुपये में 350 ग्राम के स्नैक्स मील के अंतर्गत छोले-चावल, राजमा-चावल, खिचड़ी अथवा छोले-भटूरे/कुल्चे, पाव भाजी या मसाला डोसा ले सकते हैं. इसके साथ ही 3 रुपये में 200 एमएल पानी का गिलास भी मिलेगा. रेलवे स्टेशनों पर यह स्टॉल लग भी गए हैं.
यही खाना रेलवे के स्टॉल पर सस्ते में: अखिल भारतीय रेलवे खानपान लाइसेंसी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रविंद्र गुप्ता का कहना है कि जो पूड़ी सब्जी और अचार आईआरसीटीसी को 20 रुपये में बेचने का काम दिया गया है. यह खाना इंडियन रेलवे के स्टॉल पर मात्र 15 रुपये में उपलब्ध है. यह तो रेलवे के अधिकारियों द्वारा आईआरसीटीसी को लाभ पहुंचाने के लिए लिया गया निर्णय है. इसकी कोई आवश्यकता नहीं थी. इकोनॉमी खाने के नाम पर बड़ा घोटाला हुआ है. रेलवे में जो विसंगतियां हैं. इसकी पिछले पांच साल से लगातार संस्था के जरिए शिकायत की जा रही है. लेकिन सुनवाई नहीं हुई.