ETV Bharat / bharat

मोदी-ट्रंप मुलाकात का भारत-अमेरिका पर क्या होगा असर? विशेषज्ञों की खास राय - PM MODI US VISIT

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा समाप्त हो गया. विशेषज्ञों ने बताया कि दोनों देशों पर इसका क्या असर पड़ेगा, पढ़िये.

President Trump and PM Modi meeting
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप. (PTI)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 14, 2025, 12:36 PM IST

Updated : Feb 14, 2025, 4:39 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय अमेरिका दौरा समाप्त हो गया. पीएम मोदी भारतीय समयानुसार गुरुवार की सुबह संयुक्त राज्य अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी पहुंचे थे. शुक्रवार को भारत के लिए लौट गये. ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी. इजरायल, जापान और जॉर्डन के राष्ट्राध्यक्षों के बाद प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करने वाले चौथे विदेशी नेता थे. विदेश मामले के जानकारों का मानना है कि दोनों नेताओं की मुलाकात से दोनों देशों को कई क्षेत्रों में मदद मिलेगी.

वैध वीजा वाले को परेशानी नहींः पूर्व राजदूत सुरेंद्र कुमार ने ईटीवी भारत से कहा, "देश में अवैध रूप से प्रवेश करने या रहने का मुद्दा है, लेकिन जिनके पास वैध पासपोर्ट और वीजा है, उन्हें नहीं रोका जाएगा. जो लोग पेशेवर और तकनीकी विशेषज्ञ हैं, उन्हें वहां रहने से नहीं रोका जाएगा. जिसके बाद लोगों के बीच संपर्क बढ़ रहा है." कुमार ने कहा कि भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों के साथ सांस्कृतिक, पारंपरिक और धार्मिक संबंध हैं. उनके भारत के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं.

अमेरिकी अर्थव्यवस्था में योगदानः बैठक के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संबंधों को आगे बढ़ाने के महत्व पर ध्यान दिया. इस संदर्भ में, उन्होंने कहा कि 3 लाख से अधिक भारतीय छात्र अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सालाना 8 बिलियन डॉलर से अधिक का योगदान देता है और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कई नौकरियां पैदा करने में मदद करता है. भारत-अमेरिका संयुक्त वक्तव्य में माना है कि छात्रों, शोधकर्ताओं और कर्मचारियों के आवागमन ने दोनों देशों को परस्पर लाभ पहुंचाया है.

आपसी सुरक्षा को बढ़ावाः दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया को वैश्विक कार्यस्थल के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है. नेताओं ने छात्रों और पेशेवरों की कानूनी गतिशीलता के लिए रास्ते को सुव्यवस्थित करने और अल्पकालिक पर्यटन और व्यावसायिक यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की. साथ ही दोनों देशों के लिए आपसी सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए आपराधिक और अवैध आव्रजन नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही.

President Trump and PM Modi meeting
व्हाइट हाउस में बैठक के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी के लिए कुर्सी खींची. (PTI)

लोगों से लोगों के जुड़ाव के बारे में बात करते हुए पूर्व राजनयिक दीपक वोहरा ने ईटीवी भारत से कहा, "छात्रों का किसी मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है. विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेने वाले छात्रों पर कोई प्रतिबंध नहीं है, वे वहां जा सकते हैं और अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं. इस बैठक से दोनों पक्षों को सकारात्मक मदद मिलेगी और दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे। तेल क्षेत्र में यह दोनों देशों के लिए सकारात्मक कदम है। इस बैठक के बाद दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ काम करेंगे."

President Trump and PM Modi meeting
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप. (PTI)

अमेरिका-भारत ऊर्जा सुरक्षाः नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि ऊर्जा सुरक्षा दोनों देशों में आर्थिक विकास और सामाजिक कल्याण के लिए जरूरी है. उन्होंने ऊर्जा की वहनीयता, विश्वसनीयता और उपलब्धता तथा स्थिर ऊर्जा बाजार सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका-भारत सहयोग के महत्व को रेखांकित किया. वैश्विक ऊर्जा को आगे बढ़ाने में अमेरिका और भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को समझते हुए, नेताओं ने तेल, गैस और असैन्य परमाणु ऊर्जा सहित अमेरिका-भारत ऊर्जा सुरक्षा साझेदारी के लिए फिर से प्रतिबद्धता जताई.

इसे भी पढ़ेंः

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय अमेरिका दौरा समाप्त हो गया. पीएम मोदी भारतीय समयानुसार गुरुवार की सुबह संयुक्त राज्य अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी पहुंचे थे. शुक्रवार को भारत के लिए लौट गये. ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी. इजरायल, जापान और जॉर्डन के राष्ट्राध्यक्षों के बाद प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करने वाले चौथे विदेशी नेता थे. विदेश मामले के जानकारों का मानना है कि दोनों नेताओं की मुलाकात से दोनों देशों को कई क्षेत्रों में मदद मिलेगी.

वैध वीजा वाले को परेशानी नहींः पूर्व राजदूत सुरेंद्र कुमार ने ईटीवी भारत से कहा, "देश में अवैध रूप से प्रवेश करने या रहने का मुद्दा है, लेकिन जिनके पास वैध पासपोर्ट और वीजा है, उन्हें नहीं रोका जाएगा. जो लोग पेशेवर और तकनीकी विशेषज्ञ हैं, उन्हें वहां रहने से नहीं रोका जाएगा. जिसके बाद लोगों के बीच संपर्क बढ़ रहा है." कुमार ने कहा कि भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों के साथ सांस्कृतिक, पारंपरिक और धार्मिक संबंध हैं. उनके भारत के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं.

अमेरिकी अर्थव्यवस्था में योगदानः बैठक के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संबंधों को आगे बढ़ाने के महत्व पर ध्यान दिया. इस संदर्भ में, उन्होंने कहा कि 3 लाख से अधिक भारतीय छात्र अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सालाना 8 बिलियन डॉलर से अधिक का योगदान देता है और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कई नौकरियां पैदा करने में मदद करता है. भारत-अमेरिका संयुक्त वक्तव्य में माना है कि छात्रों, शोधकर्ताओं और कर्मचारियों के आवागमन ने दोनों देशों को परस्पर लाभ पहुंचाया है.

आपसी सुरक्षा को बढ़ावाः दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया को वैश्विक कार्यस्थल के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है. नेताओं ने छात्रों और पेशेवरों की कानूनी गतिशीलता के लिए रास्ते को सुव्यवस्थित करने और अल्पकालिक पर्यटन और व्यावसायिक यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की. साथ ही दोनों देशों के लिए आपसी सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए आपराधिक और अवैध आव्रजन नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही.

President Trump and PM Modi meeting
व्हाइट हाउस में बैठक के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी के लिए कुर्सी खींची. (PTI)

लोगों से लोगों के जुड़ाव के बारे में बात करते हुए पूर्व राजनयिक दीपक वोहरा ने ईटीवी भारत से कहा, "छात्रों का किसी मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है. विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेने वाले छात्रों पर कोई प्रतिबंध नहीं है, वे वहां जा सकते हैं और अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं. इस बैठक से दोनों पक्षों को सकारात्मक मदद मिलेगी और दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे। तेल क्षेत्र में यह दोनों देशों के लिए सकारात्मक कदम है। इस बैठक के बाद दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ काम करेंगे."

President Trump and PM Modi meeting
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप. (PTI)

अमेरिका-भारत ऊर्जा सुरक्षाः नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि ऊर्जा सुरक्षा दोनों देशों में आर्थिक विकास और सामाजिक कल्याण के लिए जरूरी है. उन्होंने ऊर्जा की वहनीयता, विश्वसनीयता और उपलब्धता तथा स्थिर ऊर्जा बाजार सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका-भारत सहयोग के महत्व को रेखांकित किया. वैश्विक ऊर्जा को आगे बढ़ाने में अमेरिका और भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को समझते हुए, नेताओं ने तेल, गैस और असैन्य परमाणु ऊर्जा सहित अमेरिका-भारत ऊर्जा सुरक्षा साझेदारी के लिए फिर से प्रतिबद्धता जताई.

इसे भी पढ़ेंः

Last Updated : Feb 14, 2025, 4:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.