पाकुड़: भारतीय वायु सेना में बतौर हवलदार पद पर सेवा दे रहे शहीद बापी घोष का पार्थिव शरीर मंगलवाल को उनके पैतृक गांव पहुंचा. शव पहुंचते ही जिले के पाकुड़िया प्रखंड के बन्नोग्राम गांव पूरी तरह गम में डूब गया. भारत माता की जय के नारे के साथ ग्रामीणों ने अपने शहीद सपूत बापी घोष को न केवल श्रद्धांजलि दी बल्कि उन्हें नम आंखों से विदा किया.
शहीद फौजी बापी घोष को श्रद्धांजलि देने स्थानीय विधायक स्टीफन मरांडी के अलावे थाना प्रभारी अमित कुमार सिंह, स्थानीय पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और हजारों की संख्या में बन्नोग्राम सहित आसपास के गांव के लोग पहुंचे. शहीद घोष का अंतिम संस्कार गांव के ही श्मशान घाट पर किया गया. शव के साथ पहुंचे वायु सेना के जवानों द्वारा उन्हें अंतिम सलामी दी गई.
दरअसल, पाकुड़िया प्रखंड के बन्नोग्राम निवासी बापी घोष वायु सेना में हवलदार के पद पर अपनी सेवा दे रहे थे. अरूणाचल प्रदेश के सलोनीबाड़ी में छुट्टी बिताने के बाद वे भालुकपुंग स्थित कमेंग नदी के किनारे अपनी पत्नी और बच्चे के साथ घूमने गये थे. इसी दौरान उनके 14 वर्षीय बेटे ऋतिक घोष का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर पड़ा. अपने बेटे को बचाने के लिए हवलदार बापी ने नदी में छलांग लगा दी और तेज बहाव की वजह से दोनों बह गए. पत्नी द्वारा दी गयी सूचना के बाद लोग घटना स्थल पर पहुंचे.