जबलपुर। जिला पुलिस ने बीती रात 8 किसान नेताओं को हिरासत में लिया. इन्हीं में से एक सामाजिक कार्यकर्ता और वकील अंजना कुररिया को भी देर रात पुलिस ने उनके घर से पकड़ा और उन्हें जेल भेज दिया. इस बात से मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के अधिवक्ताओं में गुस्सा है. वकीलों का कहना है कि 'यह कानून का दुरुपयोग है, किसी आंदोलन को दबाने के लिए प्रशासन कानून हाथ में नहीं ले सकता. अंजना कुररिया की गिरफ्तारी में कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है.
हाईकोर्ट वकील को किया गिरफ्तार
एडवोकेट अंजना कुररिया को बीती रात जबलपुर पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. अंजना कुररिया मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में वकील हैं और सरकारी वकील भी रह चुकी हैं. उन्होंने किसानों के कई मामलों में आंदोलन भी किया है. अंजना कुररिया को जब गिरफ्तार किया गया. वह उस समय अपने घर पर थी. जबलपुर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्यों ने महिला वकील की गिरफ्तारी को गलत बताया है. एडवोकेट संपूर्ण तिवारी का कहना है कि महिला वकील को धारा 151 के तहत अरेस्ट किया है. जबकि धारा 151 के तहत गिरफ्तार करने के पहले प्रशासन को यह देखना चाहिए था कि जिसे गिरफ्तार कर रहे हैं, क्या उसका कोई अपराधिक रिकॉर्ड भी है, या नहीं. यदि कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, तो ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है.