गिरिडीहः जिला में गावां के वन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सफेद क्वार्टज पत्थर पाया जाता है. यह पत्थर कीमती है और जिला के अलावा कई राज्यों में इसकी डिमांड है. ऐसे में गावां के तराई, भतगढ़वा, चरकी के जंगलों में इसका अवैध खनन धड़ल्ले से हो रहा है. इसके अलावा झहुआंतरी, दुलरिया पहाड़ी, समचिहरिया पहाड़ और खरूआ नाला में भी सफेद पत्थर का अवैध खनन चल रहा है. इन इलाके में तो छोटी-बड़ी कई अवैध खदानों का संचालन हो रहा है. अगर कहा जाए तो प्रखंड के जंगल और पहाड़ अवैध खनन से अछूता नहीं रहा है यहां की हर पहाड़ जख्मी हो चुका है.
तराई-भगतढ़वा उजाड़ दिए गए जंगल
तराई-भगतढ़वा में दिन के उजाले में भी खनन होता रहता है. यहां खनन के चक्कर में जहां पहाड़ का अस्तित्व मिटाने का प्रयास चल रहा है. वहीं सौ एकड़ से अधिक इलाके में लगे जंगल को तहस नहस कर दिया गया. संगठित तरीके से इस इलाके में अवैध खनन किया जा रहा है. ईटीवी भारत की टीम भी कोडरमा और गिरिडीह के बॉर्डर पर स्थित तराई-भगतढ़वा में पहुंची तो यहां दिन में भी पत्थर तोड़ने की आवाज सुनाई देती रही. यहां अवैध खदान भी मिला.
ट्रैक्टर के लिए पहाड़ पर बना दिया गया रास्ता, काटे गए पेड़
सबसे बड़ी बात है इस क्षेत्र के पहाड़ के अलग अलग हिस्से में खुदाई के निशान मिले तो यह भी पाया गया कि जंगल के बीच से रास्ता बनाया गया है जिससे होकर ट्रैक्टर गुजरता है. इन्हीं ट्रैक्टर पर लादकर पत्थर को पहाड़ से नीचे लाया जाता है फिर गावां से गिरिडीह ले जाया जाता है. यहां यह ही पता चला कि पहाड़ पर रास्ते का निर्माण काफी पहले किया गया है और इस रास्ते के लिए कई पेड़ को काट दिया गया.
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