शिमला: हिमाचल में भले ही विभिन्न सरकारी विभागों कार्यरत कर्मचारियों और अधिकारियों के खाते में पहली जनवरी को खाते में सैलरी आ गई हो, लेकिन HRTC के पेंशनर्स को नए साल में 16 जनवरी को खाते में पेंशन क्रेडिट होने का संदेश आया है. हालांकि HRTC के साढ़े आठ हजार पेंशनर्स नए साल में पहली तारीख को पेंशन खाते में डालने की उम्मीद लगाए बैठे थे. इन रिटायर कर्मचारियों की उम्मीदों को उस वक्त और भी बड़ा झटका लगा, जब लोहड़ी और मकर संक्रांति के पावन अवसर पर भी हजारों पेंशनर्स की झोली खाली रही.
इससे पहले यानी दिसंबर महीने में HRTC के पेंशनर्स को 12 दिसंबर को पेंशन नसीब हुई थी. बता दें कि HRTC के पेंशनर्स लंबे समय से पहली तारीख को खाते में पेंशन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इसको लेकर हजारों पेंशनर्स विभिन्न मंचों के माध्यम से अपनी आवाज को उठा चुके हैं, लेकिन पेंशनर्स की कहीं पर भी सुनवाई नहीं हो रही है.
आर्थिक संकट से जूझ रहे पेंशनर्स
हिमाचल पथ परिवहन में जीवन का बहुमूल्य समय देने के बाद रिटायर होने वाले कर्मचारियों को आर्थिक संकट के दौर से गुजरना पड़ रहा है. हजारों पेंशनर्स को हर महीने पेंशन के लिए इंतजार करना पड़ता है. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद HRTC के पेंशनर्स को समय पर पेंशन के भुगतान की उम्मीद थी, लेकिन सरकार बदलने के बाद भी पेंशनर्स की इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है.
ऐसे में पेंशनर्स में सरकार के प्रति काफी नाराजगी है. पथ परिवहन पेंशनर्स कल्याण संगठन के अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने बताया "HRTC से रिटायर हुए कर्मचारियों को समय पर पेंशन नहीं मिल रही है. इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष में रखा जा चुका है. विभिन्न सरकारी विभागों की तरह HRTC के कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए भी सैलरी और पेंशन का भुगतान करने के लिए बजट में पहले ही प्रावधान किया जाना चाहिए."
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