मिर्च या गर्म खाने से आपको होती है दिक्कत, तो एक्सपर्ट से जानिए समाधान - problems caused by eating chillies - PROBLEMS CAUSED BY EATING CHILLIES
यदि आप मिर्च खाने के जरा भी शौकीन नहीं है तो ये खबर आपके लिए हैं.हमारे एक्सपर्ट आपको बताएंगे कि यदि मिर्च खाने से आपको दिक्कत होती है तो इस समस्या से कैसे आपको निजात मिल सकती है. How To Avoid Problems Caused By Eating Chillies
सरगुजा :हम में से काफी लोगों को तीखा बर्दाश्त नहीं होता.मिर्च से बनीं चीजें खाने पर काफी तकलीफ होती है.कई बार जाने अनजाने में तीखा खाने पर कई लोगों के लिए मुसीबत खड़ी हो जाती है.तीखा बर्दाश्त ना कर पाना एक समस्या है.जिसके बारे में जानना बेहद जरूरी है.यदि आपको भी तीखा खाने पर दिक्कत होती है तो इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.
क्यों मिर्च खाने से होती है दिक्कत ?:इस बारे में हमने होम्योपैथी डॉक्टर अमीन फिरदौसी से बात की. डॉ फिरदौसी ने बताया कि " लगभग 1 से 2 प्रतिशत लोग ऐसे होते हैं जिनको मिर्च से एलर्जी होती है. इनका जुबान हाइपर सेंसेटिव होता है. ऐसे लोगों को मिर्च या मिर्च से बनीं चीजें पसंद नहीं आती. ऐसे बहुत सारे एडल्ट भी होते हैं जिनको बाद में बर्निंग माउथ सिंड्रोम की समस्या होती है. जुबान में हाइपर सेंसिटिव का होना विटामिन की कमी के कारण होता है. ये विटामिन बी12 होता है.जिसकी कमी से जुबान की एक परत निकल जाती है या फिर डैमेज होती है.इसी वजह से प्रोटेक्शन लेयर खत्म होती है.ऐसे लोगों को मिर्च खाने पर दिक्कत होती है.
दूसरी आदतों से भी बढ़ती है परेशानी :डॉ अमीन के मुताबिक ''प्रोटेक्शन लेयर के हटने के कारण जब भी जीभ की संपर्क में मिर्च या गर्म चीज आती है तो बर्निंग पेन होता है. जो सीधे हमारे दिमाग तक पहुंचता है. ये स्थिति काफी तकलीफदेह होती है.इसका एक दूसरा कारण भी है. आजकल समाज में हर कोई तंबाकू या गुटखा खाने का शौकीन है.इनके कारण भी मुंह के अंदर लुक्स प्लेएक्स बनते हैं.जिसके कारण तेज जलन होती है. एनीमिया के कारण मुह में छाले हो जाते हैं, डायबिटीज में फंगल इंफेक्शन हो जाता है, हाइपरटेंशन की दवाइयों के साइड इफेक्ट से भी ड्राई माउथ होता है"
कैसे करें विटामिन की कमी पूरी :विटामिन बी 12 हमे नैचुरली हमारे आहार से पूरी कर सकते हैं. आज के परिवेश में खानपान बदल गया है. इसके लिये हरी पत्तेदार सब्जियां, बींस, नानवेज और बीट रूट से आपको विटामिन बी 12 मिल जाता है. इसके अलावा बाजार में मल्टीविटामिन टैबलेट और सीरप हैं. जिनमें विटामिन बी काम्प्लेक्स मिलता है.होमियोपैथी में भी बहुत सारी दवाएं हैं, जिसमें आप लक्षण के आधार पर सही दवाइयों का चयन कर इन बीमारियों से बच सकते हैं. मिजीरियम, नाइट्रम्योर, मट्राईप्लम, कैप्सिकम , एसिटफ्लोर जैसी दवा का चुनाव करके आप विटामिन की कमी को पूरा कर सकते हैं.
समस्या से मिल सकती है निजात :समस्या के निदान के लिये डॉ. अमीन कहते हैं कि इस समस्या से बचाव के लिये आपको हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है. पानी की कमी नही होनी चाहिए. क्योंकि जो हमारा सलाइवा होता है वो स्लाइवारी ग्लैंड से निकलने वाला जो थूक होता है वो सही मायने में एक प्रिटेक्टिव होता है.यदि आपको जलन होती है तो आप साईट्रिक फ्रूट ना खाए. विटामिन बी कांप्लेक्स की टेबलेट आप लें, तम्बाकू का इस्तेमाल ना करें.