रायपुर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर दौरे से लौटने के बाद रायपुर में साय सरकार के मंत्रियों के साथ अहम मीटिंग की. रायपुर में छत्तीसगढ़ सरकार राष्ट्रीय सहकारी जैविक लिमिटेड (एनसीओएल) और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) में एमओयू हुआ है. इस दौरान अमित शाह ने कई विचार पेश किए. धान की खेती से लेकर सहकारिता और डेयरी उद्योग को लेकर अमित शाह ने अपनी बातें रखी. उन्होंने धान किसानों को कई टिप्स दिए. जिससे किसान आने वाले समय में अच्छी कमाई कर सकते हैं.
छत्तीसगढ़ सरकार ने किया बड़ा करार: सोमवार को राष्ट्रीय सहकारी जैविक लिमिटेड (एनसीओएल), राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच समझौता हुआ है. छत्तीसगढ़ सरकार ने डेयरी क्षेत्र के विकास के लिए एनडीडीबी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ लिमिटेड ने भी एमओयू किया है. यह एमओयू लघु वनोपज क्षेत्र के विकास के लिए राष्ट्रीय सहकारी जैविक लिमिटेड (एनसीओएल) के साथ हुआ है.
अमित शाह ने जैविक खेती पर बल दिया: अमित शाह ने इस दौरान कहा कि पीएम मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं. जैविक खेती न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी अच्छी है. यह जमीन की उर्वरा शक्ति को बरकरार रखती है. छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय के वनोपज, जो पहले बहुत कम कीमत पर बेचे जाते थे, अब इस समझौते के बाद अच्छे कीमत पर बिक सकेंगे. जिससे प्रदेश की आदिवासी शक्ति का विकास होगा. इस काम में लगे समुदाय सशक्त होंगे. छत्तीसगढ प्राकृतिक संसाधनों से भरा पूरा राज्य है. यहां के लोग मेहनतकश हैं. यहां जरूरत है अच्छे शुरुआत की.
भारत ब्रांड के बारे में शाह ने दी जानकारी: इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि दो प्रमुख सहकारी ब्रांड, नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (एनसीओएल) का भारत ब्रांड और अमूल का अमूल ब्रांड अब जनता को जैविक खाद्यान्न की आपूर्ति करेगा. अगले चार वर्षों में प्रमाणित जैविक खाद्यान्न जिनका पूरी तरह से परीक्षण किया गया है, भारतीय बाजार के हर जिले में उपलब्ध होंगे. अमित शाह ने कहा कि कि एनसीओएल, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच समझौता हुआ है. इससे यहां के किसानों को भी फाया होगा. भारत में वर्तमान में 16 जैविक उत्पाद ऑनलाइन तौर पर उपलब्ध है.
एनसीओएल पूरे देश में एक संगठन के तौर पर काम करेगा. यह पूरे भारत में सहकारी समितियों और संस्थानों के उत्पादित जैविक उत्पादों की सप्लाई चेन को मेनेटेन करेगा. यह जैविक उत्पादों को एकत्रित करने, ब्रांडिंग करने और बाजार में लाने के लिए काम करेगा. कोई भी सहकारी समिति या व्यक्तियों का समूह इसका सदस्य बन सकता है. अब तक इसमें 2 हजार सहकारी समितियां सदस्य के तौर पर जुड़ चुकी है- अमित शाह, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री