रायपुर: टिकरापारा थाना इलाके में चाइनीज मांझे की चपेट में आने से 7 साल के बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई. घटना पर बिलासपुर हाईकोर्ट ने कहा कि प्रतिबंधित होने के बावजूद कैसे चायनीज मांझा बेचा और खरीदा जा रहा है. कोर्ट की टिप्पणी के बाद जिला प्रशासन की टीम हरकत में आई है. रायपुर कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने अधिकारियों को सख्त लहजे में ताकीद करते हुए कहा कि हर हाल में प्रतिबंधित सामानों की बिक्री पर रोक लगनी चाहिए. जो भी लोग प्रतिबंधित चीजों की बिक्री करते पाए जाते हैं उनपर कानूनी कार्रवाई हो.
चाइनीज मांझा बेचने पर होगी कानूनी कार्रवाई: कलेक्टर डॉक्टर गौरव कुमार सिंह ने कहा कि राजधानी में रविवार को चाइनीज मांझे की चपेट में आने से एक 7 साल के बच्चे की मौत हो गई. कलेक्टर ने कहा कि यह घटना काफी दुखद है, जो लोग इसकी बिक्री करते हैं या इससे जुड़े व्यापार करते हैंं उनको बक्शा नहीं जाएगा. ऐसे लोगों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा. कलेक्टर ने कहा कि चाइनीज मांझा हो या फिर दूसरी कोई भी प्रतिबंधित चीज पुलिस और संबंधित विभाग को फौरन कार्रवाई करनी है.
नगर निगम के राजस्व अमले का एक्शन: सोमवार को नगर निगम के राजस्व विभाग ने शहर के कुछ इलाकों में रेड की कार्रवाई की. जहां भी चाइनीज मांझा बिकता मिला उन दुकानों को सील कर दिया गया. नगर निगम के राजस्व अमले ने भी कहा है कि उनकी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी. सोमवार को विभाग ने 8 बंडल चाइनीज मांझा बरामद किया है. दुकानदारों को भी कहा गया है कि वो प्रतिबंधित चीजों को नहीं बेचें.
क्यों खतरनाक होता है चाइनीज मांझा: पतंग उड़ाने के लिए 2 तरह के धागे आते हैं. एक सूती धागा होता है दूसरा चाइनीज मांझा. चाइनीज मांझा काफी मजबूत होता है और वो बिल्कुल प्लास्टिक के वायर जैसा होता है. चाइनीज मांझे पर जो कोट होती है वो काफी धारदार होती है. स्किन पर लगते ही खून निकल आता है. चाइनीज मांझा मजबूत होने के चलते पतंगबाज इसे ज्यादा पसंद करते हैं. लोगों को भी चाहिए कि वो चाइनीज मांझे का इस्तेमाल नहीं करें. इसके खतरे के प्रति लोगों को भी आगाह करें.