रांची:लोहरदगा लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है. 1957 से 2019 तक हुए 15 चुनावों में कांग्रेस ने यहां 7 बार जीत दर्ज की है. हालांकि इन चुनावों में बीजेपी ने कांग्रेस को कांटे की टक्कर दी है.
लोहरदगा में पिछले तीन लोकसभा चुनावों 2009, 2014 और 2019 में बीजेपी ने जीत हासिल करते हुए हैट्रिक लगाई है. ऐसे में कांग्रेस की पारंपरिक सीट माने जाने वाली लोहरदगा सीट को एक बार फिर से उस सीट को हासिल करने के लिए मेहनत करना पड़ रहा है. 1957 में जब यहां पहली बार चुनाव हुए थे तो यह बिहार का हिस्सा था. तब यहां से झारखंड पार्टी के इग्नेस बेक ने जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार जतम खेरवार को हराया था.
1962 के चुनावों में भी कांग्रेस को यहां हार का सामना करना पड़ा और यहां से स्वतंत्र उम्मीदवार डेवि मुंजनी ने जीत हासिल की. हालांकि 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद बदली हुई परिस्थिति में कांग्रेस ने यहां जीत हासिल की. हालांकि 1977 में कांग्रेस यहां से हार गई. इसके बाद 1980, 84 और 1989 में कांग्रेस ने यहां फिर से जीत हासिल की. इसके बाद 1989 और 2004 में भी कांग्रेस ने यहां से जीत हासिल की.
2009 के बाद कांग्रेस यहां जीत हासिल नहीं कर पाई है. 2009 के बाद लगातार यहां से बीजेपी उम्मीदवार सुदर्शन भगत जीत हासिल कर रहे हैं. ऐसे में 2024 में एक बार फिर से इस सीट को हासिल करने के लिए कांग्रेस को काफी मेहनत करना पड़ रहा है. अब ये देखने वाली बात होगी कि क्या एक बार फिर कांग्रेस अपनी कोई हुई सीट हासिल कर पाएगी या नहीं.