कुल्लू:हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा जहां कई योजनाएं चलाई जा रही है. वहीं, अब स्वास्थ्य को भी टूरिज्म के साथ जोड़ा जा रहा है, ताकि लोग यहां पर प्राकृतिक सुंदरता का मजा लेने के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रख सके. हिमाचल प्रदेश में सरकार द्वारा अब हेल्थ टूरिज्म के नाम पर वेलनेस सेंटर खोलने की कवायद शुरू कर दी गई है. जिला कुल्लू में भी पहला वेलनेस हेल्थ सेंटर बनाया जा रहा है. इस वेलनेस सेंटर में सैलानियों को योग, मेडिटेशन सहित स्पा की सुविधा मिलेगी और सैलानी प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के साथ-साथ इस वेलनेस सेंटर के जरिए अपनी सेहत को भी ठीक रख सकेंगे.
कब तक शुरू होगा वेलनेस सेंटर? जिला कुल्लू के गांधीनगर में पहला वेलनेस सेंटर तैयार किया जा रहा है. यह वेलनेस सेंटर हेल्थ टूरिज्म का केंद्र बनेगा. दस बीघा भूमि पर इसका निर्माण किया जाएगा. प्रदेश सरकार द्वारा इसके लिए 25 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान किया गया है. पर्यटन निगम के होटल में इसका निर्माण किया जाएगा. पर्यटन निगम के होटल में जहां सैलानियों को ठहरने की व्यवस्था मिलेगी. वहीं, वेलनेस सेंटर में ही सैलानी योग, मेडिटेशन व स्पा आदि की सुविधाएं मिलेंगी. पर्यटन विभाग द्वारा इसे साल 2024 के अंत में शुरू करने की तैयारी की जा रही है, ताकि देश-विदेश के सैलानी इस वेलनेस सेंटर में आकर इसका लाभ ले सकें.
वेलनेस सेंटर में मिलेगी ये फैसिलिटी: पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस वेलनेस सेंटर में 18 कमरे बनाए जाएंगे. वहीं इन कमरों में योग, मेडिटेशन, स्पा के साथ स्टीम बाथ और हीलिंग सेंटर की तरह इसे विकसित किया जाएगा. जिला कुल्लू में अभी तक इस तरह का कोई भी वेलनेस सेंटर नहीं है. हालांकि पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश में कई होटलों का संचालन किया जा रहा है, लेकिन यहां आने वाले सैलानी अब इस वेलनेस सेंटर का भी फायदा ले सकेंगे.
केरल की तर्ज पर शुरू होगा हेल्थ टूरिज्म: गौरतलब है कि भारत के केरल राज्य में भी हेल्थ टूरिज्म के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है. देश-विदेश से सैलानी केरल में पंचकर्म, आयुर्वेद की अन्य विधियों का लाभ लेने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में अब हिमाचल प्रदेश में भी आयुर्वेद विभाग के जरिए इस तरह के वेलनेस सेंटर तैयार किए जाएंगे. पर्यटन विभाग के माध्यम से उन्हें चलाने का प्रावधान किया गया है. इन वेलनेस सेंटर में आयुर्वेद विशेषज्ञों द्वारा योग, मेडिटेशन व स्पा की सुविधा दी जाएगी. हिमाचल प्रदेश को भी अब हेल्थ टूरिज्म के नाम पर विकसित करने का प्रारूप सरकार द्वारा तैयार किया गया है.