शिमला:हिमाचल में दिवाली पर्व बीतने के साथ ही त्योहारी सीजन अब खत्म हो गया है. प्रदेश में 3 अक्टूबर को पहले नवरात्र के साथ ही त्योहारी सीजन शुरू हुआ था. प्रदेश में पिछले महीने दशहरा, करवा चौथ, धनतेरस व दिवाली पर्व पड़ने से लोगों की जेब पर भी काफी बोझ पड़ा है, लेकिन इस बीच महंगाई से परेशान उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है. प्रदेशभर में हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के होलसेल गोदामों में सस्ते राशन का कोटा पहुंच गया हैं.
एपीएल परिवारों को मिलेगा कितना राशन?
वहीं, सरकार ने पांच हजार से ज्यादा डिपुओं के जरिए एपीएल परिवारों को इस महीने दिए जाने वाले सस्ते राशन के कोटे में कोई कट नहीं लगाया है. ऐसे में एपीएल परिवारों को इस महीने भी पहले की ही तरह 14 किलो आटा और 6 किलो चावल कोटा प्रति राशन कार्ड आज से मिलना शुरू हो जाएगा. बता दें कि प्रदेश में अगस्त 2023 से एपीएल परिवारों को डिपुओं में मिलने वाले आटे और चावल के कोटे में कोई कट नहीं लगाया जा रहा है. वहीं, हिमाचल में पहले हर दो से तीन महीने में सस्ते राशन के कोटे को घटाया और फिर से बढ़ाया जाता रहा है, लेकिन 14 महीनों से आटा और चावल की मात्रा में कोई फेरबदल नहीं हुआ है. इससे भी महंगाई के इस मुश्किल समय में लाखों एपीएल परिवारों ने कुछ राहत मिली है.
इतने राशन का आवंटन
केंद्र से राशन का आवंटन होने के बाद सरकार ने भी प्रदेश के सभी 12 जिलों को आटा और चावल की मात्रा निर्धारित की है. इस महीने एपीएल परिवारों को 20,543 मीट्रिक टन राशन का आवंटन हुआ है. जिसमें 14,179 मीट्रिक टन गेहूं और 6,364 मीट्रिक टन चावल की मात्रा शामिल है. इस बारे में सभी जिला खाद्य नियंत्रकों को पहले ही निर्देश जारी हो चुके हैं. जिसके आधार पर तय की गई मात्रा के हिसाब से डिपो धारकों को 29 अक्टूबर से सस्ते राशन के परमिट जारी किए जा चुके हैं, ताकि उपभोक्ताओं को महीने की पहली तारीख से सस्ते राशन की सुविधा का लाभ मिल सके.