कुल्लू: जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर कुछ लोग सैलानियों को गुमराह कर रहे हैं और उनसे ओवरचार्ज लेकर उनके साथ ठगी कर रहे हैं. जिससे सैलानियों के मन में मनाली की छवि बिगड़ रही है और मनाली का पर्यटन कारोबार भी बाहरी राज्यों में बदनाम हो रहा है. इसी मुद्दे को लेकर पलचान और बुरुवा पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण ढालपुर पहुंचे. अपनी शिकायतों को लेकर ग्रामीणों ने एडीएम कुल्लू अश्वनी कुमार को भी एक ज्ञापन सौंपा.
'सैलानियों से ले रहे 10 गुना ज्यादा दाम'
ज्ञापन में ग्रामीणों ने मांग रखी की कुछ लोग सैलानियों को महंगे पैकेज बनाकर दे रहे हैं और पैकेज के नाम पर सैलानियों को सरेआम लूटा जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पैकेज के नाम पर स्कीइंग, पैराग्लाइडिंग सहित कई अन्य एक्टिविटी सैलानियों को बताई जा रही हैं. सैलानियों से सभी एक्टिविटी के 10 गुना ज्यादा दाम लिए जा रहे हैं. जबकि स्थानीय लोगों से नॉर्मल पैसे ही लिए जा रहे हैं. जब सैलानियों को इन सभी दामों का पता चलता है तो वे खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं.
'जिला प्रशासन को भी कर रहे गुमराह'
ढालपुर पहुंचे बुरुवा पंचायत के प्रधान चूड़ामणि, पलचान पंचायत के उप प्रधान कीर्ति किशन, स्थानीय ग्रामीण देवी सिंह, रोशन ठाकुर ने बताया कि कुछ लोग जिला प्रशासन को भी गुमराह कर रहे हैं कि पंचायत के द्वारा यह सभी एक्टिविटी बंद कर दी गई है, लेकिन पंचायत के द्वारा ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि लोगों को हिदायत दी गई है कि वे पैकेज के नाम पर सैलानियों को गुमराह ना करें, क्योंकि पर्यटन नगरी मनाली में आने वाले सैलानी यहां पर विभिन्न तरह की एक्टिविटी में भाग लेते हैं. मगर जब उनसे इस तरह की लूट की जाती है. तो इससे सैलानियों के बीच भी गलत संदेश जाता है.
प्रशासन से ग्रामीणों की मांग
ऐसे में ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से आग्रह किया गया है कि इस तरह से पैकेज के नाम पर हो रही लूट को तुरंत बंद किया जाए. इसके साथ ही जो व्यक्ति जिस एक्टिविटी से जुड़ा हुआ है, वो सिर्फ उसी एक्टिविटी के तहत सैलानियों को उतना ही चार्ज करें, जो वहां पर तय किया गया है. अगर उसके बाद भी कोई व्यक्ति सैलानियों के साथ ठगी करता है, तो उस पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए.
एडीएम कुल्लू अश्विनी कुमार ने बताया, "इस बारे में एसडीएम मनाली को निर्देश दिए जाएंगे और स्थानीय पंचायत के ग्रामीणों के साथ मिलकर एक बैठक रखी जाएगी, ताकि सही तरीके से पर्यटन गतिविधियों का संचालन हो सके."