पटना:आपने बाजार में मिलने वाले लहसुन का सेवन तो खूब किया होगा, लेकिन क्या कभी आपने कश्मीरी लहसुन खाया है. पटना में लहसुन की एक खास किस्म 2400 रुपये प्रति किलो बिक रही है और लोग इसे मसाले के तौर पर नहीं, बल्कि दवाई की तरह खा रहे हैं. यह कोई आम लहसुन नहीं है, बल्कि कश्मीर की वादियों से आने वाला ‘कश्मीरी लहसुन’ है, जिसे स्थानीय भाषा में ‘पोटिया लहसुन’ कहा जाता है.
सुपरफूड से कम नहीं पोटिया लहसुन:यह पोटिया लहसुनकाजू किशमिश से भी यह काफी महंगा है. इसकी कीमत सुनकर हो सकता है कि आपके होश उड़ जाएं, लेकिन जब आप इसके फायदों के बारे में जानेंगे, तो इसकी कीमत भी छोटी लगेगी. सामान्य लहसुन 300 से ₹400 प्रति किलो के भाव बिक रहा है. वहीं पुटिया लहसुन ₹2400 से ₹3000 प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है.
सब्जी बनाने में इस्तेमाल नहीं किया जाता:पोटिया लहसुन आम लहसुन से बिल्कुल अलग है. रंग में हल्का पीला और आकार में चने जितना छोटा, यह लहसुन दिखने में जितना साधारण लगता है, फायदे में उतना ही असाधारण है. इसे सब्जी बनाने में इस्तेमाल नहीं किया जाता, बल्कि लोग इसे सुबह खाली पेट खा रहे हैं. इसका कारण है कि इसके अंदर छुपे जबरदस्त आयुर्वेदिक गुण आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है.
औषधि के रूप में लोग कर रहे सेवन: दुकानदार दिनेश कुमार ने बताया कि पटना में लोगों की डिमांड पर लहसुन मंगवा रहे हैं. बाजार में लगभग 100 से 150 की संख्या में लोग हैं जो पोटिया लहसुन की खरीदारी करते हैं. लोग 50 ग्राम से लेकर ढाई सौ ग्राम तक एक बार में खरीदारी करते हैं. महीने में उनके यहां लगभग 10 किलो पोटिया लहसुन बिक जाता है. लोग इस आयुर्वेदिक औषधि के रूप में सेवन करते हैं.
"कश्मीरी लहसुन को ‘सुपरफूड’ कहना गलत नहीं होगा. यह नसों की कमजोरी से लेकर, हाई कोलेस्ट्रॉल, जोड़ों के दर्द, गठिया और यहां तक कि दिल की बीमारियों में भी फायदेमंद माना जाता है. यह लहसुन खून को पतला करने में मदद करता है, जिससे रक्त संचार बेहतर होता है और शरीर की ऊर्जा में बढ़ोतरी होती है. यकीन मानिए, लोग इसे दवाई से भी ज्यादा असरदार मान रहे हैं."-दिनेश कुमार, दुकानदार
जितना बड़ा फल उतना अधिक कीमत:यह लहसुन ₹2000 से लेकर ₹4000 के भाव में बिकता है और ऑनलाइन भी यही रेट है. लहसुन का दाना जितना छोटा होता है उतना सस्ता होता है और जितना बड़ा होता है उतना महंगा होता है. पोटिया लहसुन की पैदावार कश्मीर, हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और घाटी के क्षेत्र में होता है. लहसुन एक मोटे सेल में अंदर फला होता है और मजबूत सेल में होने के कारण इसकी पौष्टिकता बची रहती है.