ग्वालियर:विकास और प्रगति की और नये आयाम लिख रहे ग्वालियर में अगले हफ्ते रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव आयोजित होने जा रहा है. इस आयोजन का मुख्य उद्देश ग्वालियर चंबल के साथ साथ प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देना है. कार्यक्रम की तैयारियां जोड़ो शोरों से चल रही हैं. जिसकी समीक्षा खुद मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कर रहे हैं. इस इंडस्ट्रियल समिट में देश के नामी उद्योगपतियों के शामिल होने की उम्मीद जतायी जा रही है. आयोजकों द्वारा देश के औद्योगिक क्षेत्र के बड़े बड़े दिग्गजों को आमंत्रण भेजा गया है.
आयोजन से पहले ही अच्छा रेस्पॉन्स
एमपीआरडीसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रत्युल सिन्हा के मुताबिक, ''रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव आगामी 28 अगस्त को ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्व विद्यालय परिसर में आयोजित किया जाएगा. ये कांक्लेव इस क्षेत्र के लिए एक बहुत बड़े अवसर के रूप में देखा जा रहा है.'' प्रत्युल सिन्हा ने बताया कि ''इस समिट से पहले ही कई इन्वेस्टर्स ने निवेश का वादा किया है और उनके द्वारा क्षेत्र में उद्योग विकास के लिए निवेश किए जाने की उम्मीद भी जतायी जा रही है.''
1100 से ज़्यादा उद्योगपतियों को भेजे आमंत्रण
इस क्षेत्र में रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव से ना सर्फ बड़े उद्योपतियों द्वारा निवेश लाया जाएगा बल्कि यहां रोजगार के अवसर भी बड़े स्तर पर प्राप्त हो सकेंगे. एमपीआईडीसी के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर प्रत्युल सिन्हा का कहना है कि, "इस रीजनल कॉन्क्लेव में अब तक 1100 से अधिक उद्योगपतियों को आमंत्रण भेजा गया है. हालांकि अब तक इन सभी के आने की पुष्टि तो नहीं है लेकिन इस देश के कुछ बड़े बड़े उद्योगपतियों को भी इस समिट में शामिल होने के लिए बुलावा भेजा गया है.
अडानी और गोदरेज ग्रुप कर सकते हैं एमपी में निवेश
प्रत्युल सिन्हा का कहना है कि इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने और ग्वालियर चम्बल अंचल में औद्योगिक निवेश के लिए गौतम अडानी के अडानी ग्रुप, जेके टायर्स, गोदरेज, मोंडीलेज कैडबरी, टेवा, एसआरएफ के अध्यक्ष निवेशकों को भी आमंत्रित किया गया है. इनके साथ साथ देश के बड़े नामी गिरामी इंडस्ट्रियलिस्ट इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. इनके अलावा अन्य औद्योगिक क्षेत्रों के लोग खासकर लेदर इंडस्ट्री के लोग यहां मौजूद रहेंगे.