बाराबंकी:देवां कोतवाली के मोहल्ला लालापुर में 11 मई को वृद्ध दंपत्ति की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ उसकी निशानदेही पर लूट के 30 हजार रुपये ,जेवरात और आलाकत्ल ईंट बरामद कर लिया है. हत्यारा कोई और नहीं बल्कि दंपत्ति के बेटी का बेटा ही है.
उल्लेखनीय है कि 11 मई को देवां कोतवाली के मोहल्ला लालापुर में एक घर से बदबू आने पर फखरे आलम द्वारा थाना देवा पर सूचना दी गई कि माजिद हुसैन वारसी के घर से बदबू आ रही है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घर के बाहर बंद ताला तोड़कर अंदर जाकर देखा तो दो शव पड़े थे. शव बुरी तरह गल चुके थे और उनमें कीड़े लग गए थे. जिससे अंदाजा लगाया गया कि शव कई दिन पुराने हैं. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर उनका पोस्टमार्टम कराया तो यह हत्या निकली. छानबीन में लूट के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू की.
मृतक के तीन बेटे हैं, जो बंदायू रहते हैं और एक शादी शुदा बेटी अलीगढ़ में रहती हैं. पुलिस ने सभी से पूछताछ की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद पुलिस ने जब मृतक माजिद हुसैन के मोबाइल का सहारा लिया तो हत्याकांड का राजफाश हो गया. हत्यारोपी सगा नाती साहिल वारसी निकला. पुलिस ने हत्यारोपी को गुरुवार को देवां थाने के मामा नहर पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि साहिल अलीगढ़ जिले के क्वारसी थाने के मैरिस रोड लक्ष्मीबाई मार्ग इस्लामाबाद भट्ठा गली नं. 3 का रहने वाला था. साहिल बुजुर्ग दम्पत्ति माजिद हुसैन वारसी और उनकी पत्नी चांदबीबी का सगा नाती है. मृतक दम्पत्ति हरियाणा के फरीदाबाद में निजी मकान में रहते थे. करीब 6-7 महीने पहले उन्होंने यह मकान 55 लाख रुपये में बेच दिया था. बुजुर्ग दम्पत्ति देवा स्थित हाजी वारिस अली शाह के मुरीद थे. जिसके चलते जियारत करने मजार पर आने-जाने में दिक्कत न हो लिहाजा उन्होंने करीब 5 महीने पहले देवां के लालापुर मोहल्ले में मकान खरीद लिया था और यहीं रहने लगे थे.