गोरखपुर :जेएसएस एएचईआर (जेएसएस एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च) मैसूर, कर्नाटक के पूर्व कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के नए कुलपति होंगे. उनका चयन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है. डॉ. सिंह वर्तमान कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी का स्थान लेंगे. जिनका कार्यकाल 14 नवंबर को पूरा चुका है.
एमबीबीएस और एमडी डिग्रीधारी डॉ. सुरिंदर सिंह जेएसएस एएचईआर मैसूर में कुलपति पद का कार्यकाल 4 नवंबर को पूर्ण कर चुके हैं. साथ ही भारत सरकार के औषधि महानियंत्रक भी रह चुके हैं. वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ बॉयोलॉजिकल के निदेशक, रीजनल ड्रग टेस्टिंग लैब के निदेशक, सेंट्रल ड्रग लैब में अपर निदेशक, सेंट्रल रिसर्च इंस्टिट्यूट में माइक्रोबायोलॉजी के सहायक निदेशक, सरदार पटेल राजकीय मेडिकल कॉलेज बीकानेर में माइक्रोबायोलॉजी के सहायक प्रोफेसर, एम्स नई दिल्ली में माइक्रोबायोलॉजी के सीनियर डेमोंस्ट्रेटर के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं.
डॉ. सुरिंदर सिंह के नेतृत्व में जेएसएस एएचईआर मैसूर ने देश के 25 टॉप यूनिवर्सिटी में अपना स्थान बनाया है. साथ ही जेएसएस एएचईआर को पांच साल में 55 करोड़ रुपये का शोध अनुदान दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. डॉ. सुरिंदर सिंह की सेवाओं को देखते हुए ग्लोबल फार्मा इंडस्ट्री के क्षेत्र में उन्हें लगातार तीन साल विश्व के सर्वाधिक प्रभावी लोगों (मोस्ट इंफ्लुएंशील पीपल) में शामिल किया जा चुका है. वह फार्मा बायो वर्ल्ड अवार्ड 2011, डॉ. बीसी राय मेमोरियल अवार्ड 2014, इनोवेशन लीडरशिप अवार्ड, वर्ष 2022 में टॉप 20 वाइस चांसलर ऑफ इंडिया अवार्ड समेत अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा है कि डॉ. सुरिंदर सिंह के अनुभव से विश्वविद्यालय नई ऊंचाइयों को छुएगा.