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छत्तीसगढ़ में धान खरीदी से पहले इस जिले में फर्जीवाड़े का खुलासा, शिकंजे में खरीदी केंद्र प्रभारी

मुंगेली में धान खरीदी से पहले फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. पुलिस ने खरीदी केंद्र प्रभारियों को गिरफ्तार किया है.

FRAUD IN PADDY PURCHASE
मुंगेली में धान खरीदी से पहले फर्जीवाड़े का खुलासा (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : 4 hours ago

मुंगेली: छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत होने जा रही है. इस बीच धान का फर्जीवाड़ा सामने आया है. करीब 91 लाख रुपये के धान में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. लंबे समय से खराब चल रहे खरीदी केंद्र प्रभारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. फर्जीवाड़े की घटना लोरमी ब्लॉक के गुरुवाइनडबरी धान खरीदी केंद्र की है. यह पूरी घटना साल 2023-24 खरीफ वर्ष के धान खरीदी से जुड़ी हुई है.

कैसे हुई धान खरीदी में धोखाधड़ी ?: धान खरीदी में धोखाधड़ी को लेकर कई अहम बातें सामने आई है. साल 2023-24 में गुरूवाईन डबरी में धान खरीदी के प्रभारी रामदास बंजारे पर धान खरीदी को लेकर गंभीर आरोप लगे हैं. जांच में यह पता चला कि किसानों की 55 हजार नौ सौ 72 क्विंटल धान की खरीदी की गई थी. जिसमें से 2 हजार 5 सौ 95 क्विंटल धान को जिसकी कीमत 66 लाख 94 हजार 5 सौ रुपये थी. यह धान बेचा जा चुका था. इसके बाद और 2सौ 40 क्विंटल धान बरेला के श्याम राईस मिल को बेचने के लिए ट्रक में लोडिंग करवाया जा चुका था. जिसकी कीमत 7लाख 44 हजार रुपये बताई गई है.

धान खरीदी में धोखाधड़ी (ETV BHARAT)

कुल 91 लाख रुपये से ज्यादा का घपला: इसके बाद कुल 91लाख 68 हजार 3सौ 74 रुपये की धान खरीदी में धोखाधड़ी का आरोप लगा. प्रभारी रामदास बंजारे के द्वारा शासन के धान की धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है. जिसकी शिकायत लालपुर थाना में की गई थी. तब से धान खरीदी प्रभारी रामदास बंजारे फरार था. बुधवार को आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस इस केस की जांच में जुट गई है.

आरोपी की तलाश के लिए थाना लालपुर एवं साइबर सेल टीम लगातार पतासाजी कर रही थी. इस बीच मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर आरोपी रामदास बंजारे को बिलासपुर के तिफरा से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया है: भोजराम पटेल, एसपी, मुंगेली

धान खरीदी को छत्तीसगढ़ में धान तिहार के रुप में मनाया जाता है. यह किसानों के लिए उत्सव से कम नहीं है. ऐसे में शासन प्रशासन को जरूरत है धान खरीदी में और पारदर्शिता लाने की. इस ओर सरकार और प्रशासन की तरफ से काम किया जा रहा है लेकिन इसमें और चौकसी बरतने की जरूरत है.

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