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विदेशी सेब ने घटाए हिमाचली Apple के दाम, बागवानों को नुकसान - भारत में विदेशी सेब का आयात

Himachal Apple: विदेशी सेब ने हिमाचली सेब के रेट घटा दिए हैं. वहीं, ईरान का सेब अवैध रूप से भारत पहुंच रहा है. इसके साथ ही बागवान आयात शुल्क 100 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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सांकेतिक तस्वीर.

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 26, 2024, 3:06 PM IST

Updated : Feb 26, 2024, 5:03 PM IST

शिमला:विदेशों से आयात हो रहे सेब से मार्केट में हिमाचली सेब की मांग घट गई है. भारत में विभिन्न देशों से आयात हो रहा सेब काफी सस्ता जिससे बागवानों को अच्छी कीमत नहीं मिल रही है. देश में ईरान, अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड और चिली, यूएसए और ब्राजील आदि देशों से सबसे ज्यादा सेब आयात हुआ है. ईरान का सेब अवैध रूप से भारत पहुंच रहा है, जिसके चलते इसके दाम कम हैं.

पिछले साल 10 महीनों में आयात हुए विदेश सेब के आंकड़े को देखें तो 30 देशों से जनवरी 2023 से नवंबर 2023 तक 2 करोड़ पेटी करीब सेब आयात हुआ है. ऐसे में देश भर मे के बाजारों में विदेशों से करोड़ों पेटियां सेब पहुंचा है. जिस कारण सीए स्टोर में रखे हिमाचली सेब की मांग घट गई है, जिससे हिमाचली सेब की दाम लुढ़क गए हैं. ऐसे में बागवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

इन देशों से आयात हुआ सबसे ज्यादा सेब

पिछले कुछ सालों विदेशों से लगातार भारी मात्रा से सेब देश की विभिन्न मंडियों में पहुंच रहा है. जो लोगों को हिमाचली सेब से सस्ती कीमत पर मिल रहा है. जिससे हिमाचली सेब को बाजार में कड़ी टक्कर मिल रही है. आंकड़े को देखें तो देश में ईरान,न्यूजीलैंड, अफगानिस्तान, यूएसए, चिली व ब्राजील से सबसे अधिक सेब आयात हुआ है. इसमें ईरान से सेब अवैध रूप से भारत पहुंच रहा है. ईरान का सेब साफ्ता (साउथ एशियन फ्री ट्रेड एरिया) के चलते बिना शुल्क चुकाए अफगानिस्तान से होकर भारत पहुंच रहा है. जिस वजह से इस सेब के बाजार तक पहुंचने में कम खर्चा आ रहा है. जिस कारण हिमाचली सेब के बाजार में अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में विदेशों से भारी मात्रा में सस्ता सेब आयात होने से बागवानों को नुकसान होने का डर सता रहा है.

किस देश से पहुंचा कितना सेब

भारत की विभिन्न मंडियों में हर साल विदेशों से करोड़ों पेटी सेब पहुंच रहा है. देश की आबादी 130 करोड़ से अधिक है. इस तरह यहां सेब की काफी अधिक खपत है. जिससे विदेशी सेब के लिए भारत एक बहुत बड़ा विकल्प है. पिछले साल जनवरी 2023 से नवम्बर 2023 तक टर्की से सबसे अधिक 1, 05,14,501 पेटी सेब भारत पहुंचा है. इसके बाद दूसरे नंबर पर ईरान से 45,31,650 पेटी, इटली से 21,07656, अफगानिस्तान से 12,64,711, चिली से 7,94,063, न्यूजीलैंड से 7,29,581, ब्राजील से 6,82,668 व यूएसए 1,75,773 पेटी सेब आयात हुआ है. ऐसे में लगातार विदेशों से आयात हो रहा सेब बागवानों के लिए खतरे की घंटी है.

'100 फीसदी हो आयात शुल्क'

भारत में विदेशी सेब की खपत कम करने के लिए बागवान आयात शुल्क 100 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं. इसके अतिरिक्त बागवानों की स्थानीय सेब पूरी तरह खत्म नहीं होने तक विदेशी सेब के आयात पर रोक लगाए जाने की मांग है. जिससे बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिल सके. सेब, सब्जी एवं फूल उत्पादक संघ के अध्यक्ष हरीश चौहान का कहना है कि विदेशों से पहुंच रहे सेब के कारण हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के सेब उत्पादकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.

क्या कहना है बागवानी मंत्री का

बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी का कहना है सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने का मामला केंद्र सरकार से उठाया गया है. इस बारे में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर विदेशों से आयात हो रहे सेब का बेस रेट 100 रुपये प्रति किलो और आयात शुल्क 100 फीसदी करने का आग्रह किया है.

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Last Updated : Feb 26, 2024, 5:03 PM IST

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