जबरन जमीन अधिग्रहण के खिलाफ पांच चरण में आंदोलन वाराणसी: मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर योजना के प्रभावित किसानों ने महापंचायत का आयोजन किया है. इसमें जबरन जमीन अधिग्रहण के खिलाफ पांच चरण में आंदोलन करने का भी निर्णय लिया गया. साथ ही आंदोलन को तेज करने के लिए संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा का भी गठन किया गया.
यूपी के वाराणसी के बैरवन में मोहनसराय किसान संघर्ष समिति की ओर से किसान की महापंचायत बुलाई गई. इसमें हजारों की संख्या में किसान शामिल हुए. महापंचायत में मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर योजना से प्रभावित बैरवन, करनाडाड़ी, मोहनसराय और मिल्कीचक के सैकड़ों किसान पहुंचे थे. इसके साथ ही काशी द्वार, रिंग रोड, स्पोर्ट्स सिटी, आवासीय योजना, वरूणा विहार और वैदिक सिटी के अंदोलनकारी किसान नेता भी शामिल हुए.
महापंचायत में किसानों ने सरकार और प्रशासन की ओर से जबरन जमीन अधिग्रहण के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने के संकल्प के साथ संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा का गठन हुआ. किसानों का कहना है कि भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून 2013 के पालन कराने के लिए पांच चरण में आंदोलन चलाने की रणनीति बनी. पहले चरण में 26 फरवरी से 29 फरवरी तक शासन, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिया जायेगा, दूसरे चरण में 1 मार्च से बेमियादी धरना और प्रभावित क्षेत्रों में सत्याग्रह मार्च चलाया जाएगा, तीसरे चरण में 5 मार्च को जिला मुख्याल का घेराव किया जाएगा. इसमें ट्रैक्टर मार्च के साथ साथ पालतू जानवर सहित चूल्हा चौका सहित घेरा डालो डेरा डालो, चौथे चरण में अधिग्रहण से प्रभावित गांवों में सरकार में शामिल राजनीतिक दलों का बहिष्कार और पांचवें चरण में आमरण अनशन किया जाएगा.
महापंचायत के दौरान किसानों ने संकल्प लिया कि आमरण अनशन कर शरीर त्याग देंगे. लेकिन, जमीन अवैधानिक तरीके से लूटने नहीं देंगे. किसान महापंचायत की अध्यक्षता करते हुए किसान नेता विनय शंकर राय मुन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून का खुला उल्लघंन कर अवैधानिक तरीके से किसानों की जमीन लूटी जा रही है. इसके खिलाफ 1 मार्च से किसान करो मरो के संकल्प के साथ आरपार की लड़ाई का बिगुल बजा देगा.
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