पहली बार वोट डालने वाले युवाओं ने गिनाईं कमियां और खामियां. हल्द्वानी:19 अप्रैल को उत्तराखंड में लोकतंत्र का उत्सव होना है. पहले चरण में उत्तराखंड के सभी पांच सीटों पर मतदान होगा. इस लोकतंत्र के पर्व में लोग अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें, इसको लेकर निर्वाचन विभाग द्वारा हर जगह वोटिंग अवेयरनेस कार्यक्रम चलाए जा रहा हैं. युवा भी मतदान को लेकर काफी उत्साहित हैं. चुनाव में उनके अपने क्या मुद्दे होते हैं? इसको लेकर पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाताओं से ईटीवी भारत ने खास बात की है.
हल्द्वानी में कुमाऊं का एकमात्र सरकारी इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला डिग्री कॉलेज में ईटीवी भारत संवाददाता ने पहली बार मतदान करने जा रहे युवा मतदाताओं से बात की. मतदान को लेकर छात्राओं में खासा उत्साह देखने को मिला. पहली बार मतदान करने जा रही छात्राओं ने बड़ी ही उत्सुकता से बातचीत में बताया कि लोकतंत्र में वह मतदान का महत्व समझते हैं. उनके लिए महिला सुरक्षा, रोजगार और पहाड़ों से पलायन जैसे बड़े मुद्दे मायने रखते हैं.
छात्राओं ने कहा कि वह पहाड़ के दूरस्थ इलाकों से हल्द्वानी आकर पढ़ाई कर रहे हैं. अगर उन्हें कॉलेज की सुविधा और उनके इंटरेस्ट के सब्जेक्ट उनके क्षेत्र के डिग्री कॉलेज में मिल जाएं तो इस तरह शिक्षा के अभाव में घर से दूर जाने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा. उत्तराखंड में महिला सुरक्षा को लेकर छात्राओं ने कहा कि आज जब समाज निरंतर आगे बढ़ रहा है तो महिलाओं को उनके प्रति सुरक्षा भी इसी प्रकार दी जानी चाहिए.
छात्राओं ने कहा कि उनके लिए रोजगार और उनके करियर के जुड़े मुद्दे अहम हैं. इसलिए वह चाहते हैं कि उनका सांसद ऐसा हो जो उनके रोजगार और उनके भविष्य की चिंता करते हुए नई योजनाएं लाकर बेहतर कार्य कर सके. यही नहीं, छात्राओं ने यह भी सुझाव दिया कि जिस तरह उत्तराखंड को पर्यटन हब बनाया जा रहा है, इसी प्रकार उत्तराखंड को एजुकेशन का हब भी बनाया जाना चाहिए. छात्राओं ने कहा, युवाओं के साथ रोजगार को लेकर जिस प्रकार का छल भर्ती घोटाले के नाम पर हुआ, ऐसे मामलों पर भी सख्त एक्शन लेकर रोक लगाई जाने की आवश्यकता है.
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