रांची: 22 जनवरी को सीएम आवास पर ईडी की टीम के पहुंचने के मद्देनजर 500 मीटर की परिधि में धारा 144 लगाया गया था. इसके बावजूद निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर मजिस्ट्रेट ड्यूटी में तैनात कांके अंचल के सीओ जय कुमार राम और रांची शहर के सीओ मुंशी राम ने गोंदा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है. फर्क इतना भर है कि कांके के सीओ ने अपनी प्राथमिकी में जिक्र किया है कि निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद कांके रोड पर राम मंदिर तिराहा के पास ईडी की कार्रवाई के विरोध में झामुमो के कार्यकर्ता जमा हो गये और नारेबाजी करने लगे. इस दौरान आम लोग और झामुमो कार्यकर्ताओं को वहां से हटने की सलाह दी गई लेकिन कोई नहीं माना बल्कि वहीं मजमा लगाकर नारेबाजी करने लगे. पूरा वाक्या सुबह 11 बजे शुरु हुआ. कांके अंचल के सीओ की शिकायत पर गोंदा थाना में धारा 143, 188 लगाकर कांड संख्या 16/24 दर्ज किया गया है.
दूसरी प्राथमिकी रांची शहर के सीओ ने दर्ज कराई है. अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि वह मजिस्ट्रेट की ड्यूटी पर हॉटलिप्स चौक पर तैनात थे. लेकिन दोपहर 3.30 बजे भीम आर्मी के लगभग 200 महिला और पुरूष चौक के पास जमा होकर नारेबाजी करने लगे. सभी सीएम आवास जाकर अपना मांगपत्र सौंपना चाहते थे. इस दौरान सभी को निषेधाज्ञा की जानकारी दी गई लेकिन कोई नहीं माना और मजमा लगाकर प्रदर्शन करते रहे. बाद में मांगपत्र मुझे सौंपकर वापस चले गये. इस आधार पर गोंदा थाना में तथाकथित भीम आर्मी के लोगों के खिलाफ धारा 143 और 188 लगाकर कांड संख्या 17/24 दर्ज किया गया है.
चौंकाने वाली बात है कि दोनों सीओ ने अपने एफआईआर में कई तथ्यों का जिक्र नहीं किया है. वहां मौजूद हर मीडिया वालों के कैमरे में तस्वीरें कैद हैं कि झामुमो के कार्यकर्ता कांके रोड तिराहा मोड नहीं बल्कि गोंदा थाना के पास आकर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान कुछ लोगों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की हल्की कोशिश भी की थी. वहीं हॉटलिप्स चौक पर झामुमो का झंडा थामे बड़ी संख्या में झामुमो कार्यकर्ता जमा थे. सभी केंद्र और ईडी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. अब जांच के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि सच क्या था.