रायपुर : छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड को केंद्र सरकार से एक बड़ी सौगात मिली है. केंद्र सरकार ने स्पेशल असिस्टेंट टू स्टेटस फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट 2024 -25 के तहत राज्य की दो महत्वपूर्ण पर्यटन परियोजनाओं के लिए लगभग 148 करोड़ की राशि स्वीकृत की है.
फिल्म सिटी और कन्वेंशन सेंटर को मंजूरी : केंद्र सरकार से स्वीकृत लगभग 148 करोड़ की राशि में से 95.79 करोड़ रुपए की लागत से रायपुर के माना तूता में चित्रोत्पला फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा. इसके साथ ही 51.57 करोड रुपए की लागत से जनजाति और सांस्कृतिक कन्वेंशन सेंटर का निर्माण भी होगा, जो पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. स्थानीय और बाहर के फिल्म निर्माताओं व निर्देशकों के साथ ही इसका फायदा कलाकारों को भी मिलेगा. इस फिल्म सिटी में प्री प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन भी होगा.
फिल्म सिटी और कन्वेंशन सेंटर में मिलेंगी कई सुविधाएं (ETV Bharat Chhattisgarh)
नवा रायपुर के फिल्म सिटी में कई तरह के सेट्स होंगे, जिसमें टेंपरेरी और परमानेंट सेट्स शामिल हैं. गांव और शहर के सेट्स रहेंगे. स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, जेल, फूड कोर्ट और रेस्टोरेंट जैसी तमाम जगह भी फिल्म सिटी में बनाई जाएगी. इसके साथ ही तालाब और गार्डन के सेट भी रहेंगे. इनडोर शूटिंग में गैलरी, आर्टिफिशियल तालाब, पर्वत और घाट का निर्माण भी किया जाएगा. प्री प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन के लिए कई बिल्डिंग बनाई जाएगी. बच्चों के लिए स्लो वर्ड और टॉय म्यूजियम भी बनेंगे : विवेक आचार्य, एमडी, पर्यटन विभाग
स्थानीय कलाकारों ने दी प्रतिक्रिया : छत्तीसगढ़ के स्थानीय कलाकार रवि साहू ने बताया कि स्थानीय कलाकारों को भी इस फिल्म सिटी का लाभ मिलेगा. क्योंकि बाहर से जो लोग फिल्म बनाने के लिए छत्तीसगढ़ आएंगे, उससे कलाकारों को काम तो मिलता है, लेकिन शोषण भी होता है. जितना बेनिफिट है, उतना नुकसान भी है. दूसरे राज्यों से फिल्म बनाने के लिए जो निर्माता निर्देशक आएंगे, इसका फायदा वहां के कलाकारों को तो मिलेगा, लेकिन छत्तीसगढ़ के कलाकारों का इसका लाभ थोड़ा कम मिलेगा.
फिल्म कलाकारों और निर्माताओं की प्रतिक्रिया (ETV Bharat Chhattisgarh)
जो भी बाहर से फिल्में बनाने के लिए छत्तीसगढ़ आएंगे, वह पहले से ही बड़े कैरेक्टर या कलाकार तय करके ही आएंगे. इसके बाद स्थानीय कलाकारों को छोटा-मोटा रोल या भूमिका दी जाएगी. इसके लिए अगर कोई गाइडलाइन बनाई जाएगी, तभी सभी कलाकारों को इसका फायदा मिल पाएगा. छत्तीसगढ़ में लोकेशन की कमी नहीं है. साथ ही यहां के लोकेशन चार्जेबल नहीं है. हॉस्पिटल जैसी दूसरी चीजों के लिए थोड़ी दिक्कत होती है, लेकिन फिल्म सिटी बनेगी तो इस तरह की दिक्कत भी दूर हो जाएगी : रवि साहू, स्थानीय कलाकार
कलाकारों को जरूर मिलेगा फायदा : फिल्म निर्माता की मिली जुटी छत्तीसगढ़ी फिल्मों के निर्माता, निर्देशक और कलाकार पुष्पेंद्र सिंह का कहना है के फिल्म सिटी बनने से फायदा तो सभी लोगों को मिलेगा. बात अगर स्थानीय निर्माता, निर्देशक की करें तो उनके लिए कोई बहुत बड़ा बेनिफिट नहीं है. क्योंकि छत्तीसगढ़ के निर्माता, निर्देशक कम बजट पर अच्छी फिल्म बनाते हैं. ऐसे में अगर फिल्म सिटी बनती है और 10 दिनों के रेंट पर उसे लिया जाता है तो यह काफी महंगा पड़ेगा. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इसका फायदा निर्माता और निर्देशक के बजाय कलाकार और दूसरे लोगों को जरूर मिलेगा.
छत्तीसगढ़ में कहीं ना कहीं थाना, स्कूल की बिल्डिंग, हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज जैसी चीज आसानी से मिल जाती है. चाहे वह किसी का घर हो या आंगन हो, उसमें किसी तरह का कोई रेंट नहीं देना पड़ता. ऐसे में फिल्म सिटी बनने के बाद छत्तीसगढ़ में दूसरे शहरों से जैसे मुंबई, मद्रास से फिल्म बनाने आते हैं तो उसका फायदा सभी लोगों को मिलेगा. बाहर से फिल्म बनाने के लिए निर्माता, निर्देशक आते हैं तो इसका सीधा फायदा आम लोगों को भी होगा : पुष्पेंद्र सिंह, निर्माता और निर्देशक
पोस्ट प्रोडक्शन छत्तीसगढ़ में होगा शुरू :पर्यटन विभाग के एमडी विवेक आचार्य ने बताया कि नवा रायपुर के माना तूता में लगभग 90 एकड़ जमीन में फिल्म सिटी का निर्माण होगा. यह राज्योत्सव स्थल के ठीक सामने होगा. फिल्म सिटी बनने से इसका लाभ केवल पर्यटन विभाग को नहीं, बल्कि पूरे राज्य को भी मिलेगा. वर्तमान समय में पोस्ट प्रोडक्शन का काम बाहर होता है, लेकिन फिल्म सिटी बनने के बाद पोस्ट प्रोडक्शन छत्तीसगढ़ में होना शुरू हो जाएगा.
इस फिल्म सिटी में बाहर के निर्माता निर्देशक भी अपनी फिल्मों की शूटिंग कर सकेंगे. भारत देश में मूवी का बहुत क्रेज है. ऐसे में लोग देख पाएंगे कि फिल्मों में पोस्ट प्रोडक्शन कैसे होता है, कैसे उसमें इफेक्ट डाले जाते हैं, एक्शन सीन कैसे होते हैं. इन सब चीजों को लोगों को देखने और सीखने का मौका मिलेगा : विवेक आचार्य, एमडी, पर्यटन विभाग
निर्माता निर्देशक और कलाकारों को फायदा : फिल्म सिटी के अंदर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट भी होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ के लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी. ताकि वे लोग भी खुद को शूटिंग के लिए तैयार कर सकें. पीपीपी मॉडल के सामान भी क्रय कर सकते हैं. इसके साथ ही फिल्म सिटी में होटल और कन्वेंशन हॉल भी बनाया जाएगा. इसका निर्माण पीपीपी मॉडल पर कराया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा है कि जो फिल्म सिटी में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, वे भी आमंत्रित हैं. बाहर के निर्माता निर्देशक के साथ ही स्थानीय निर्माता निर्देशक और कलाकारों को भी इस फिल्म सिटी से लाभ मिलेगा.