कोरबा में हाथियों की दस्तक से दहशत, चोटिया और केंदई रेंज में हाथियों के तीन दल मौजूद - elephant Terror in Korba
उर्जाधानी कोरबा में हाथियों की दस्तक से दहशत का माहौल है. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक कटघोरा वन मंडल में हाथियों के तीन दल विचरण कर रहे हैं. बड़ी संख्या में मौजूद हाथी तीन अलग अलग दल में बंट गए हैं.
कोरबा: कोरबा में एक बार फिर हाथियों की वजह से लोगों को परेशानी हो सकती है. क्योंकि जिले के चोटिया और केंदई रेंज में तीन हाथियों का दल घूम रहा है. ये सभी हाथी पहले एक ग्रुप में मौजूद थे लेकिन वन विभाग के मुताबिक अभी सभी हाथी तीन अलग अलग दल में बंट गए हैं.
सड़कों पर दिख रही हाथियों की चहलकदमी: सड़कों पर हाथियों की चहलकदमी दिख रही है. कभी गजराज का दल एनएच पर तो कभी गांव के करीब पहुंच जा रहा है. जिससे गांव वालों में डर का माहौल है. वन विभाग हाथियों की निगरानी जरूर कर रहा है लेकिन बुधवार को केंदई के पास हाथियों के एक दल को देखा गया. जिसके बाद लोगों में डर और बढ़ गया है.
हाथियों का तीन दल बढ़ा रहा परेशानी: वन विभाग के मुताबिक कटघोरा वन मंडल में जहां 22 हाथियों का दल रेंज के कापा नवापारा में जमा हुआ है. वहीं 18 हाथी लालपुर क्षेत्र में एक्टिव हैं. जबकि पांच हाथी चोटिया क्षेत्र में पहुंच गए हैं.पांच हाथियों का यह दल बीती रात चोटिया -चिरमिरी मुख्य मार्ग पर पहुंच गया था. हाथियों के मुख्यमार्ग पर पहुंचने के कारण अफरा-तफरी मच गई और वाहनों की रफ्तार थम गई.आने जाने वाले लोग हाथियों की वजह से लगे जाम में फंसे रहे और सडक़ के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई. सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे. वन विभाग की टीम ने मुख्य मार्ग पर मौजूद हाथियों को खदेड़ा तब आवागमन सामान्य हुआ.
"हाथी केंदई और आसपास के गांव में विचरण कर रहे हैं. जिन्हें मुख्य मार्ग के आस पास भी देखा गया है. जिसे वन अमले ने वापस जंगल की तरफ भेजा है. हम लगातार हाथियों का लोकेशन ट्रेस कर रहे हैं. लोगों से अपील भी कर रहे हैं कि वह जंगल की तरफ न जाएं.": कुमार निशांत, डीएफओ, कटघोरा वन मंडल
एक लोनर हाथी ने परला इलाके में दी दस्तक: एक लोनर हाथी ने परला इलाके में दस्तक दी है. बताया जा रहा है कि यह हाथी सूरजपुर से आया है. वन विभाग को इस हाथी के लोकेशन मिलने से यह जानकारी मिली है कि वह परला में है. वन विभाग की टीम परला पहुंचकर लोनर हाथी की निगरानी में जुट गया है. इधर कोरबा वन मण्डल के गेराव क्षेत्र में भी दो हाथी अभी भी विचरण कर रहे हैं. वन विभाग के लिए राहत की बात यह है कि क्षेत्र में दो दिनों तक मौजूद रहने के बावजूद हाथियों ने कोई नुकसान नही पहुंचाया है.