नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने रेलवे विभागीय परीक्षा में कथित रिश्वतखोरी से संबंधित एक मामले में भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा (IRPS) के दो अधिकारियों सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, संघीय जांच एजेंसी ने बुधवार को यह जानकारी दी. सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि तलाशी के दौरान करीब 650 ग्राम सोना और 5 लाख रुपये नकद जब्त किए गए हैं.
अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने पश्चिमी रेलवे के वडोदरा स्थित मंडल रेल प्रबंधक (DRM) के कार्यालय में दो आईआरपीएस अधिकारियों और अन्य लोगों से जुड़े एक कथित रिश्वतखोरी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जिसमें पश्चिमी रेलवे की सीमित विभागीय परीक्षा में उम्मीदवारों को लाभ पहुंचाने के लिए भारी रिश्वत लेने का आरोप है.
सीबीआई अधिकारी ने कहा, "सीबीआई ने परीक्षा में उम्मीदवारों का पक्ष लेने के लिए भारी रिश्वत वसूलने के आरोपों से संबंधित एक मामले में पश्चिम रेलवे, वडोदरा के वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी और मंडल कार्मिक अधिकारी , मुंबई में पश्चिम रेलवे के चर्च गेट में तैनात उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक, उप स्टेशन अधीक्षक, मंडल रेलवे अस्पताल, साबरमती के एक नर्सिंग अधीक्षक और एक निजी व्यक्ति सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है."
प्रवक्ता ने कहा कि गुजरात के वडोदरा सहित 11 स्थानों पर आरोपी व्यक्तियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली गई, जिसमें सोने की छड़ें, नकदी, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए. जानकारी के मुताबिक रेलवे के तीन लोक सेवकों के खिलाफ 18 फरवरी को मामला दर्ज किया गया था, जिसमें मंडल कार्मिक अधिकारी, उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक और रेलवे के उप स्टेशन अधीक्षक और एक निजी व्यक्ति शामिल थे.
आरोप है कि आरोपी अधिकारी एक निजी व्यक्ति और अज्ञात अन्य लोगों के साथ मिलकर रेलवे विभागीय परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों से आगामी परीक्षा में चयन का वादा करके पैसे वसूल रहे थे. सीबीआई ने एक बयान में कहा कि यह भी आरोप लगाया गया था कि पश्चिम रेलवे के आरोपी मंडल कार्मिक अधिकारी ने पश्चिम रेलवे के आरोपी उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक को उक्त परीक्षा में चयन के लिए रिश्वत देने के इच्छुक कम से कम 10 उम्मीदवारों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया था.
सीबीआई ने कहा कि कथित तौर पर आरोपी उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक ने वडोदरा के उप स्टेशन अधीक्षक और निजी व्यक्ति से ऐसे उम्मीदवारों से संपर्क करने और उनसे रिश्वत लेने के लिए संपर्क किया. यह भी आरोप लगाया गया था कि उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक ने बिना किसी चालान के नकदी के बदले लगभग 400 ग्राम सोना खरीदने के लिए वडोदरा में एक जौहरी से संपर्क किया था. जांच एजेंसी ने बताया कि यह भी आरोप लगाया गया था कि उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक आनंद गए, एक निजी व्यक्ति से मिले और उससे कैश कलेक्ट किया.
सीबीआई ने कहा कि जांच के दौरान यह भी पता चला है कि पश्चिम रेलवे में एक नर्सिंग अधीक्षक को रोका गया और उसके पास 650 ग्राम सोना मिला, जो उसने लगभग 57 लाख रुपये का भुगतान करने के बाद जौहरी से प्राप्त किया था और उक्त सोने को पश्चिम रेलवे के आरोपी वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी को दिया जाना था.
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