रायपुर/नारायणपुर : छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर में अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन 2025 का आयोजन किया जा रहा है. यह मैराथन शांति, फिटनेस, सामुदायिक भावना और बस्तर की अछूती सुंदरता का उत्सव मनाने के लिए आयोजित की जा रही है. अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन की तैयारियां जोरों पर है, जिसमें करीब 5,000 से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे.
स्वास्थ्य, एकता और शांति का संदेश : स्थानीय प्रतिभाओं को मंच देने, शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता को उजागर करने के उद्देश्य से इस मैराथन का आयोजन किया गया है. इस मैराथन का आयोजन 2 मार्च को नारायणपुर में किया जाएगा. इस मैराथन के लिए बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है. इसी वजह से यह मैराथन केवल एक दौड़ नहीं बल्कि आशा, शांति, एकता और बदलाव का प्रतीक बन चुकी है.
खेल की सार्वभौमिक भाषा के माध्यम से लोगों को एक साथ लाकर हम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना चाहते हैं, बल्कि शांति और एकता का एक महत्वपूर्ण संदेश भी देना चाहते हैं. अबूझमाड़ को अब माओवाद से नहीं, बल्कि यहां के लोगों की क्षमता और प्रतिभा से पहचाना जाएगा : विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
नक्सल गढ़ की धारणा को बदलने की कोशिश : अबूझमाड़, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है, लंबे समय से नक्सलियों के प्रकोप में रहा है. इस मैराथन के जरिए इस धारणा को बदलने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे सभी कौशल स्तरों के लोग एकता, प्रतिस्पर्धा और आपसी समझ की भावना के साथ शामिल हो सकें. मैराथन में हाफ मैराथन (21 किमी), 10 किमी और 5 किमी की श्रेणियां शामिल होंगी, जिससे एथलीटों, पहली बार दौड़ने वालों और स्थानीय प्रतिभाओं को भाग लेने का अवसर मिलेगा. अत्याधुनिक टाइमिंग सिस्टम, पेसर्स, चिकित्सा सहायता और हाइड्रेशन स्टेशनों के साथ यह आयोजन सभी प्रतिभागियों के लिए एक यादगार अनुभव साबित होगा.
मुख्य कार्यक्रम से पहले प्रोमो मैराथन : आयोजन समिति ने मुख्य कार्यक्रम से पहले 5 जनवरी को 5 किलोमीटर की प्रोमो मैराथन आयोजित की हैं. इसमें पुरुष वर्ग में तीजू पुजारी, लक्ष्मण पोयाम और बीरसिंह सलाम विजेता बने. वहीं, महिला वर्ग में सोमराई गोटा, रीना उइके और भूमिका देवांगन शीर्ष स्थान पर रहीं. इसके बाद 19 जनवरी को नारायणपुर में 10 किलोमीटर की मिनी मैराथन हुई, जिसमें 800 से अधिक धावकों ने भाग लिया. इसमें पुरुष वर्ग में पुरकेश्वर लाल देशमुख, रस्सू कोरेस और बुधराम कुमेटी ने शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि महिला वर्ग में मुस्कान कुशवाहा, भूमिका देवांगन और सोंबाई गोटा विजेता रहीं.
प्रतिभागियों के लिए विशेष सुविधाएं : प्रतिभागियों की सुविधा के लिए कई व्यवस्थाएं की गई हैं. पार्किंग, आवास और भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. मार्ग में सहायता केंद्रों की व्यवस्था होगी, जहां पीने का पानी, इलेक्ट्रोलाइट पेय, स्नैक्स, फल और प्राथमिक चिकित्सा किट उपलब्ध होंगे. धावकों के लिए रिकवरी/रेस्टिंग टेंट भी लगाए जाएंगे. लाइव ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए प्रतिभागियों को रीयल-टाइम अपडेट मिलेंगे. साथ ही मार्ग को एलईडी संकेतकों से स्पष्ट रूप से चिह्नित किया जाएगा.
चिकित्सा सहायता स्टेशन बनाए जाएगें : पूरे कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा सहायता स्टेशनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी, जिससे प्रतिभागियों की सुरक्षा बनी रहे. अनुभवी पेसर्स प्रत्येक श्रेणी में धावकों को मार्गदर्शन देंगे, जिससे वे अपनी गति बनाए रख सकें और अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकें.
कार्यक्रम के विशेष आयोजन : मैराथन से पहले कुछ विशेष आयोजन भी किए जाएंगे. 28 फरवरी को ‘बैंड दायरा’ द्वारा जादू बस्तर कॉन्सर्ट आयोजित होगा. 1 मार्च को एक भव्य ड्रोन शो होगा. साथ ही अबूझमाड़ मल्लखंब टीम अद्भुत करतबों का प्रदर्शन करेगा. इसके अलावा पारंपरिक नृत्य, स्थानीय कला प्रदर्शनियां और बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाले अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे.